Bhaktamar Stotra 33 to 40
आचार्य मानतुंग कृत “भक्तामरस्तोत्रम” दिगंबर जैन विकी द्वारा प्रस्तुत << Previous 1. Stotra 1 to 8 2. Stotra 9 to 16 3. Stotra 17 to 24 << 4. Stotra 25 to 32 5. Stotra 33 to 40 6. Stotra 41 to 48 >> Next >> 33. सर्व ज्वर नाशक मन्दारसुन्दरनमेरुसुपारिजात-सन्तानकादिकुसुमोत्कर-वृष्टिरुद्धा, गन्धोदबिन्दुशुभमन्दमरुत्प्रपाता, दिव्या दिवः पतति ते […]
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