अपूर्व-अवसर Author: Shrimad RajchandraLanguage : HindiRhythm: Type: Apurva AvasarParticulars: PaathCreated By: Shashank Shaha अपूर्व अवसर ऐसा किस दिन आएगाकब होऊँगा बाह्यान्तर निर्ग्रंथ जबसंबंधों का बंधन तीक्ष्ण छेदकरविचरूंगा कब महत्पुरुष के पंथ जब॥१॥ उदासीन वृत्ति हो सब परभाव सेयह तन केवल संयम हेतु होय जबकिसी हेतु से अन्य वस्तु चाहूँ नहींतन में किंचित भी मूर्च्छा नहीं […]
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