Category: Nitya Puja

नित्य-पूजा

Nov 09
Vando Pancho Param Guru- Alochana Paath वंदो पंचों परम गुरु – आलोचना पाठ

वंदो पांचो परम - गुरु, चौबिसों जिनराज करूँ शुद्ध आलोचना, शुद्धि करन के काज ॥१॥

Nov 09
Tum Chirantan Main Laghukshan- Arhat Vandana तुम चिरंतन मैं लघुक्षण – अरहंत वंदना

तुम चिरंतन, मैं लघुक्षण लक्ष वंदन, कोटी वंदन ॥

Nov 09
Main Dev Nit Arihant Chahu – Aradhana Paath मैं देव नित अरिहंत चाहूं – आराधना पाठ

मैं देव नित अरहंत चाहूँ, सिद्ध का सुमिरन करौं । मैं सुर गुरु मुनि तीन पद ये, साधुपद हिरदय धरौं ॥

Nov 09
Mithyatam Nasve Ko- Jinvani-Stuti मिथ्याताम नाशवे को – जिनवाणी स्तुति

मिथ्यातम नासवे को, ज्ञान के प्रकासवे को, आपा-पर भासवे को, भानु-सी बखानी है ।

Nov 09
Sakal Dney Dnayak Tadapi- Darshan-Stuti सकल द्नेय द्नायक तदपि – दर्शन स्तुति

सकल ज्ञेय ज्ञायक तदपि, निजानंद रसलीन सो जिनेन्द्र जयवंत नित, अरि-रज-रहस विहीन ॥

Nov 08
Bando Shri Arihant Param Guru- Samadhimaran-Bhasha बंदो श्री अरिहंत परम गुरु – समाधिमरण भाषा

बन्दौं श्री अरिहंत परम गुरु, जो सबको सुखदाई इस जग में दुख जो मैं भुगते, सो तुम जानो राईं ॥

Nov 08
Din Raat Mere Swami- Samadhi-Bhavana दिन रात मेरे स्वामी – समाधि भावना

दिन रात मेरे स्वामी, मैं भावना ये भाऊँ, देहांत के समय में, तुमको न भूल जाऊँ ॥टेक॥

Nov 08
Gautam Swami Bando Nami- Samadhi-Maran गौतम स्वामी बंदो नामी – समाधि मरण

गौतम स्वामी बन्दों नामी मरण समाधि भला है मैं कब पाऊँ निश दिन ध्याऊँ गाऊँ वचन कला है ॥

Nov 08
Jo Moh Maya Maan Matsar- Mahavir-Vandana जो मोह माया मान मत्सर – महावीर वंदना

जो मोह माया मान मत्सर, मदन मर्दन वीर हैं जो विपुल विघ्नों बीच में भी, ध्यान धारण धीर हैं ॥

Nov 03
Sheesh Nav Arihant Ko- Bhagwan Mahaveer Chalisa शीश नव अरिहंत को – भगवान महावीर चालीसा

शीश नवा अरिहंत को, सिद्धन करू प्रणाम उपाध्याय आचार्य का ले सुखकारी नाम ॥१॥

You cannot copy content of this page