Category: Nitya Puja

नित्य-पूजा

Oct 28
Raja Rana Chatrapati- Barah Bhavana राजा राणा छत्रपति – बारह भावना

राजा राणा छत्रपति, हथियन के असवार मरना सबको एक दिन, अपनी-अपनी बार ॥१॥

Oct 28
Dravya Rup Kari Sarva Thir- Barah-Bhavna द्रव्य रूप करी सर्व थिर – बारह भावना

द्रव्य रूप करि सर्व थिर, परजय थिर है कौन द्रव्यदृष्टि आपा लखो, पर्जय नय करि गौन ॥१॥

Oct 28
Aho Jagat Guru Dev- Dev-Stuti आहो जगत गुरु देव – देव स्तुति

अहो जगत गुरु देव, सुनिये अरज हमारी तुम प्रभु दीन दयाल, मैं दुखिया संसारी ॥१॥

Oct 25
Bhagwan Mahaveer Chalisa भगवान महावीर चालीसा

शीश नवा अरिहंत को, सिद्धन करू प्रणाम उपाध्याय आचार्य का ले सुखकारी नाम ॥१॥

Oct 25
Sheesh Nav Arihant Ko- Bhagwan Aadinath Chalisa शीश नव अरिहंत को – भगवान आदिनाथ चालीसा

शीश नवा अरिहंत को, सिद्धन करू प्रणाम उपाध्याय आचार्य का ले सुखकारी नाम ॥१॥

Oct 25
Shastrokt Vidhi Puja Mahotsav- Shanti Paath Bhasha शास्त्रोक्त विधि पूजा महोत्सव – शांति पाठ भाषा

शास्त्रोक्त विधि पूजा महोत्सव, सुरपति चक्री करें हम सारिखे लघु पुरुष कैसे, यथाविधि पूजा करें ॥

Oct 25
Shantinath Mukh Shashi Unhaari- Shanti Paath शांतिनाथ मुख शशि उन्हारी – शांति पाठ

शांतिनाथ मुख शशि उनहारी, शीलगुणव्रत संयमधारी लखन एक सौ आठ विराजे, निरखत नयन कमल दल लाजै ॥

Oct 23
Kshanbhar Nijras Ko Pi Chetan- Arghya क्षणभर निजरस को भी चेतन – अर्घ्य

क्षण-भर निज-रस को पी चेतन, मिथ्या-मल को धो देता है । काषायिक-भाव विनष्ट किये, निज आनन्द-अमृत पीता है ॥

Oct 23
Puju Main Shri Param Guru- Samuchhay Mahaarghya पूजूं मैं श्री परम गुरु – समुच्चय महाअर्घ्य

पूजूँ मैं श्री पंच परमगुरु, उनमें प्रथम श्री अरहन्त । अविनाशी अविकारी सुखमय, दूजे पूजूँ सिद्ध महंत ॥

Oct 22
Pratham Dev Arahant- Dyanatrayji Krut- Dev Shastra Guru प्रथम देव अरहंत – द्यानत्रयजी कृत – देव शास्त्र गुरु

प्रथम देव अरहंत, सुश्रुत सिद्धांत जू गुरु निर्ग्रन्थ महन्त, मुकतिपुर पन्थ जू ॥

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