Category: पूजा-pooja

Digambar Jain Poojas

Jun 23
Nij Vajra Paurusha Se Prabho-Siddha Puja-Pandit-Jugal-Kishore- Krut निज वज्र पारुष से प्रभो – सिद्ध पूजा – पंडित जुगल किशोर कृत

निज वज्र पौरुष से प्रभो ! अन्तर-कलुष सब हर लिये प्रांजल प्रदेश-प्रदेश में, पीयूष निर्झर झर गये॥

Jun 17
jyon-jyon prabhuvar jalapaan-Siddha Puja-Pandit-Hukamchand-Bharill Krut ज्यों-ज्यों प्रभुवर जलपान – सिद्ध पूजा – पंडित हुकुमचंद भरिल्ल कृत

चिदानंद स्वातम रसी, सत शिव सुंदर जान। ज्ञाता दृष्टा लोक के, परम सिद्ध भगवान॥

Jun 13
He siddha tumhare vandana-Siddha Puja-Pandit-Rajmal-Pavaiya Krut हे सिद्ध तुम्हारे वंदना – सिद्ध पूजा – पंडित राजमल पवैया कृत

हे सिद्ध तुम्हारे वंदन से उर में निर्मलता आती है। भव-भव के पातक कटते हैं पुण्यावलि शीश झुकाती है॥

Jun 10
Dashdharm Aarti दशधर्म आरती

भव्य जिवांनो! भावे ऐका, महती दशविध धर्माची सुखमय मंगलकारक विजयी, वाणी वीर जिनेशाची । वंदे श्रीजिनम् । वंदे श्रीजिनम् ॥ घृ. ॥

Apr 26
Akshay Tritiya Parva Hai Song Lyrics अक्षय तृतीया पर्व है (गीत)

अक्षय तृतीया पर्व है मंगलमय अविकार। ऋषभदेव मुनिराज का हुआ प्रथम आहार ।।

Mar 10
Arihant Siddhacharya Pathak Sadhu-Navadevata -pujan Aryika Jnanamati Krut अरिहंत सिद्धाचार्य पाठक साधु – नवदेवता पूजन – आर्यिका ज्ञानमती कृत

अरिहंत सिद्धाचार्य पाठक साधु त्रिभुवनवन्द्य हैं जिनधर्म जिनागम जिनेश्वर मूर्ति जिनग्रह वन्द्य हैं॥

Mar 10
Sri Arahant Siddha Acharyopadhyay- Navadevata Poojan-Pandit Rajmal Pavaiya krut श्री अरहंत सिद्ध आचार्योपाध्याय – नवदेवता पूजन – पंडित राजमल पवैया कृत

श्री अरहंत सिद्ध, आचार्योपाध्याय, मुनि साधु महान। जिनवाणी, जिनमंदिर, जिनप्रतिमा, जिनधर्मदेव नव जान॥

Mar 07
Arahant Siddha Acharya Naman-Panchaparamesthi-Pavaiyaji Krit अरहंत सिद्ध आचार्य नमन् – पंचपरमेष्ठी – पवैया जी कृत

अरहन्त सिद्ध आचार्य नमन, हे उपाध्याय हे साधु नमन जय पंच परम परमेष्ठी जय, भवसागर तारणहार नमन॥

Mar 07
Dev-Shastra-Naman-Samucch Pooja-Bal Brahmachari Sardarmal Ji Krut देव शास्त्र नमन् समुच्च पूजा – बाल ब्रह्मचारी सरदारमल जी कृत

देव-शास्त्र-गुरु नमन करि, बीस तीर्थंकर ध्याय I सिद्ध शुद्ध राजत सदा, नमूँ चित्त हुलसाय॥

Mar 06
Veetarag Arihant Dev-Dev-Shastra-Guru-Pandit Pavaiya Krut वीतराग अरिहंत देव – देव शास्त्र गुरु – पंडित पवैया कृत

वीतराग अरिहंत देव के पावन चरणों में वन्दन। द्वादशांग श्रुत श्री जिनवाणी जग कल्याणी का अर्चन॥

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