Category: पूजा-pooja

Digambar Jain Poojas

Oct 25
Shantinath Mukh Shashi Unhaari- Shanti Paath शांतिनाथ मुख शशि उन्हारी – शांति पाठ

शांतिनाथ मुख शशि उनहारी, शीलगुणव्रत संयमधारी लखन एक सौ आठ विराजे, निरखत नयन कमल दल लाजै ॥

Oct 23
Kshanbhar Nijras Ko Pi Chetan- Arghya क्षणभर निजरस को भी चेतन – अर्घ्य

क्षण-भर निज-रस को पी चेतन, मिथ्या-मल को धो देता है । काषायिक-भाव विनष्ट किये, निज आनन्द-अमृत पीता है ॥

Oct 23
Puju Main Shri Param Guru- Samuchhay Mahaarghya पूजूं मैं श्री परम गुरु – समुच्चय महाअर्घ्य

पूजूँ मैं श्री पंच परमगुरु, उनमें प्रथम श्री अरहन्त । अविनाशी अविकारी सुखमय, दूजे पूजूँ सिद्ध महंत ॥

Oct 22
Deepawali Pujan दीपावली पूजन

महावीर निर्वाण दिवस पर, महावीर पूजन कर लूँ वर्धमान अतिवीर वीर, सन्मति प्रभु को वन्दन कर लूँ ॥

Oct 22
Pratham Dev Arahant- Dyanatrayji Krut- Dev Shastra Guru प्रथम देव अरहंत – द्यानत्रयजी कृत – देव शास्त्र गुरु

प्रथम देव अरहंत, सुश्रुत सिद्धांत जू गुरु निर्ग्रन्थ महन्त, मुकतिपुर पन्थ जू ॥

Oct 21
Dev Shastra Guruvar Aaho-Bal Brahmachari Ravindra Ji Atman Krut- Dev Shastra Guru देव शास्त्र गुरुवर आहो – बाल ब्रह्मचारी रविन्द्र जी आत्मन कृत – देव शास्त्र गुरु

देव-शास्त्र-गुरुवर अहो! मम स्वरूप दर्शाय। किया परम उपकार मैं, नमन करूँ हर्षाय॥

Oct 18
Shuddha Brahm Parmatma-Pandit Hukumchand Bharill Krut- Dev-Shastra-Guru शुद्ध ब्रह्म परमात्मा – पंडित हुकुमचंद भरिल्ल कृत – देव शास्त्र गुरु

शुद्ध ब्रह्म परमात्मा, शब्दब्रह्म जिनवाणी। शुद्धातम साधक दशा, नमो जोड़ जुग पाणि।

Oct 07
Vardhaman Aativeer Prabhu- Kshamavani-Puja वर्धमान आतिवीर प्रभु – क्षमावाणी पूजा

वर्धमान अतिवीर वीर प्रभु सन्मति महावीर स्वामी वीतराग सर्वज्ञ जिनेश्वर अन्तिम तीर्थंकर नामी ॥

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