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#gauravmatimataji1953Suparshwamatimataji
आर्यिका सुगधंमती माताजी, छुल्लक सुगोपसागर जी महाराज, आर्यिका विज्ञश्रीजी माताजी, क्षुल्लिका सल्लेखनमाती माताजी, श्री योग्य मति जी, श्री पदम मति जी, श्री श्रेयांस मति जी, ब्र. भवरी देवी जी भौसा अन्य संघस्थ साधु एवम दीदी क्षुल्लिका श्री पदम मति जी, क्षुल्लिका श्री श्रेयांस मति जी, ब्रह्मचारिणी दीदी, श्रीमुन्नीबुआजी, श्रीविमलादीदी, श्री कुसुम दीदी,श्री किरण दीदी, श्री सुमंन दीदी, श्राविका शैलबालाजी
1 2007 नेमि सागर जयपुर
2 2008 खानीया जी जयपुर
3 2009 जौहरी बाजार जयपुर
4 2010 श्याम नगर जयपुर
5 2011 बड़केबालाजी जयपुर
6 2012 जौहरी बाजार जयपुर
7 2013 श्याम नगर जयपुर
8 2014 मान सरोवर जयपुर
9 2015 जनकपुरी जयपुर
10 2016 श्याम नगर जयपुर
11 2017 श्री पदमपुरा
12 2018 जनकपुरी जयपुर
13 2019 कीर्ति नगर जयपुर
14 2020 श्री पदमपुरा
15 2021 श्याम नगर जयपुर
16 2022 श्याम नगर जयपुर
गणिनी आर्यिका रत्न सुपार्श्वमती माताजी की सुयोग्य शिष्या गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी का गत गुरुवार दिनांक 25 अगस्त 2022 को मध्य रात्रि 11:22 बजे भट्टारक जी की नसियां में देवलोक गमन हो गया जिनकी डोल यात्रा आज शुक्रवार 26/08/2022 को प्रातः श्री दिगम्बर जैन मंदिर, भट्टारक जी की नसियां, जयपुर से आचार्य सुनील सागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य में चूलगिरी के लिए अंतिम क्रिया संपन्न हेतु जाएगी।
इसके पूर्व माताजीको वात्सल्य वारिधि पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी का उपदेश संबोधन मिला। दिनांक 23 अगस्त 2022 को जल ,दूध तथा मौसंबी को छोड़कर शेष सभी पदार्थो का आजीवन त्याग किया। माताजीको आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी,आचार्य श्री सुनील सागर जी,मुनि श्री अमित सागर जी,मुनि श्री पुण्य सागर जी, मुनि श्री पीयूष सागर जी, गणनी आर्यिका श्री ज्ञानमती जी सहित अन्य साधुओं का भी संबोधन प्राप्त हुआ। बहुत से आचार्यो से भी संबोधन की अनुकूलता नही रही।
मालूम हो पूज्य माताजी ससंघ आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर, श्याम नगर, वशिष्ठ मार्ग, सोडाला, जयपुर में चातुर्मासार्थ विराजमान थी। पूज्य माताजी का विगत कुछ दिनों से स्वास्थ्य नरम चल रहा था। पूज्य माताजी की उत्कृष्ट समाधि हेतु उनको गुरुवार को दोपहर 3:00 बजे भट्टारक जी नसियां ले जाया गया था जहां आचार्य सुनील सागर जी महाराज ससंघ विराजमान हैं।
गणिनी आर्यिका रत्न सुपार्श्वमती माताजी की सुयोग्य शिष्या गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी का गत गुरुवार दिनांक 25 अगस्त 2022 को मध्य रात्रि 11:22 बजे भट्टारक जी की नसियां में देवलोक गमन हो गया जिनकी डोल यात्रा आज शुक्रवार 26/08/2022 को प्रातः श्री दिगम्बर जैन मंदिर, भट्टारक जी की नसियां, जयपुर से आचार्य सुनील सागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य में चूलगिरी के लिए अंतिम क्रिया संपन्न हेतु जाएगी।
Refrence- Sanskar Sagar Patrika September 2022
1.Charitrachakravarti Acharya Shri Shanti Sagar Ji Maharaj 1872 | ||
2. Aacharya Shri 108 Veer Sagar Ji Maharaj 1876 | ||
Aryika Shri 105 Suparshwamati Mataji |
जन्म: संवत 2010 भदोवादि दूज दिनांक 25 अगस्त 1953
जन्म स्थान: जबलपुर, मध्य प्रदेश
गृहस्थ नाम: डॉ. प्रमिला जैन
माता का नाम: स्व. श्रीमती पुतली देवी जी (आर्यिका निश्चलमति माताजी- व्रत प्रतिमा वर्ष 2008)
पिता का नाम: स्व. श्रीमान रामचंद जी जैन
भाई-बहन: स्व. श्रीमान प्रकाशचंद जी, श्रीमान सुभाषचंद, श्रीमान प्रभातचंद, श्रीमती विमला देवी अब ब्रह्मचारिणी संघ में
शिक्षा: डबल एम. ए., पी. एच. डी (षट खंडागम विषय मे गुण स्थान विवेचन में P H D)
धार्मिक शिक्षा: आर्यिका श्री सुपार्श्व मति जी से
बहम्चर्य वर्त ग्रहण: सन 1970 श्री सम्मेद शिखर जी, आजीवन ब्रहचर्य व्रत
गुरु: आर्यिका 105 श्री इन्दुमति माताजी एव गणिनी प्रमुख आर्यिका रत्न 105 श्री सुपार्श्वमती माताजी
आर्यिका दीक्षा: 21 अक्टूबर 2007 विजय दसमी पर्व, नेमिसागर कॉलोनी , जयपुर, राजस्थान
दीक्षा गुरु: गणिनी प्रमुख आर्यिका रत्न 105 श्री सुपार्श्वमती माताजी
आर्यिका सुगधंमती माताजी, छुल्लक सुगोपसागर जी महाराज, आर्यिका विज्ञश्रीजी माताजी, क्षुल्लिका सल्लेखनमाती माताजी, श्री योग्य मति जी, श्री पदम मति जी, श्री श्रेयांस मति जी, ब्र. भवरी देवी जी भौसा अन्य संघस्थ साधु एवम दीदी क्षुल्लिका श्री पदम मति जी, क्षुल्लिका श्री श्रेयांस मति जी, ब्रह्मचारिणी दीदी, श्रीमुन्नीबुआजी, श्रीविमलादीदी, श्री कुसुम दीदी,श्री किरण दीदी, श्री सुमंन दीदी, श्राविका शैलबालाजी
1 2007 नेमि सागर जयपुर
2 2008 खानीया जी जयपुर
3 2009 जौहरी बाजार जयपुर
4 2010 श्याम नगर जयपुर
5 2011 बड़केबालाजी जयपुर
6 2012 जौहरी बाजार जयपुर
7 2013 श्याम नगर जयपुर
8 2014 मान सरोवर जयपुर
9 2015 जनकपुरी जयपुर
10 2016 श्याम नगर जयपुर
11 2017 श्री पदमपुरा
12 2018 जनकपुरी जयपुर
13 2019 कीर्ति नगर जयपुर
14 2020 श्री पदमपुरा
15 2021 श्याम नगर जयपुर
16 2022 श्याम नगर जयपुर
गणिनी आर्यिका रत्न सुपार्श्वमती माताजी की सुयोग्य शिष्या गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी का गत गुरुवार दिनांक 25 अगस्त 2022 को मध्य रात्रि 11:22 बजे भट्टारक जी की नसियां में देवलोक गमन हो गया जिनकी डोल यात्रा आज शुक्रवार 26/08/2022 को प्रातः श्री दिगम्बर जैन मंदिर, भट्टारक जी की नसियां, जयपुर से आचार्य सुनील सागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य में चूलगिरी के लिए अंतिम क्रिया संपन्न हेतु जाएगी।
इसके पूर्व माताजीको वात्सल्य वारिधि पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी का उपदेश संबोधन मिला। दिनांक 23 अगस्त 2022 को जल ,दूध तथा मौसंबी को छोड़कर शेष सभी पदार्थो का आजीवन त्याग किया। माताजीको आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी,आचार्य श्री सुनील सागर जी,मुनि श्री अमित सागर जी,मुनि श्री पुण्य सागर जी, मुनि श्री पीयूष सागर जी, गणनी आर्यिका श्री ज्ञानमती जी सहित अन्य साधुओं का भी संबोधन प्राप्त हुआ। बहुत से आचार्यो से भी संबोधन की अनुकूलता नही रही।
मालूम हो पूज्य माताजी ससंघ आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर, श्याम नगर, वशिष्ठ मार्ग, सोडाला, जयपुर में चातुर्मासार्थ विराजमान थी। पूज्य माताजी का विगत कुछ दिनों से स्वास्थ्य नरम चल रहा था। पूज्य माताजी की उत्कृष्ट समाधि हेतु उनको गुरुवार को दोपहर 3:00 बजे भट्टारक जी नसियां ले जाया गया था जहां आचार्य सुनील सागर जी महाराज ससंघ विराजमान हैं।
Swargiya Shrimati Putali Devi Ji, Mother of Aaryika Shri 105 Gauravmati Mata Ji took Initiation in the yar 2008, Name after Initiation Aaryika Shri Nischalmati Mataji)
#gauravmatimataji1953Suparshwamatimataji
गणिनी आर्यिका १०५ श्री गौरवमती माताजी
Ganini Aaryika 105 Shri Suparshwamati Mataji
आर्यिका श्री १०५ सुपार्श्वमती माताजी Aryika Shri 105 Suparshwamati Mataji
वर्षायोग
1 2007 नेमि सागर जयपुर
2 2008 खानीया जी जयपुर
3 2009 जौहरी बाजार जयपुर
4 2010 श्याम नगर जयपुर
5 2011 बड़केबालाजी जयपुर
6 2012 जौहरी बाजार जयपुर
7 2013 श्याम नगर जयपुर
8 2014 मान सरोवर जयपुर
9 2015 जनकपुरी जयपुर
10 2016 श्याम नगर जयपुर
11 2017 श्री पदमपुरा
12 2018 जनकपुरी जयपुर
13 2019 कीर्ति नगर जयपुर
14 2020 श्री पदमपुरा
15 2021 श्याम नगर जयपुर
16 2022 श्याम नगर जयपुर
suparshwamatimatajiShriveersagarjiMaharaj
आर्यिका सुगधंमती माताजी, छुल्लक सुगोपसागर जी महाराज, आर्यिका विज्ञश्रीजी माताजी, क्षुल्लिका सल्लेखनमाती माताजी, श्री योग्य मति जी, श्री पदम मति जी, श्री श्रेयांस मति जी, ब्र. भवरी देवी जी भौसा अन्य संघस्थ साधु एवम दीदी क्षुल्लिका श्री पदम मति जी, क्षुल्लिका श्री श्रेयांस मति जी, ब्रह्मचारिणी दीदी, श्रीमुन्नीबुआजी, श्रीविमलादीदी, श्री कुसुम दीदी,श्री किरण दीदी, श्री सुमंन दीदी, श्राविका शैलबालाजी
1 2007 नेमि सागर जयपुर
2 2008 खानीया जी जयपुर
3 2009 जौहरी बाजार जयपुर
4 2010 श्याम नगर जयपुर
5 2011 बड़केबालाजी जयपुर
6 2012 जौहरी बाजार जयपुर
7 2013 श्याम नगर जयपुर
8 2014 मान सरोवर जयपुर
9 2015 जनकपुरी जयपुर
10 2016 श्याम नगर जयपुर
11 2017 श्री पदमपुरा
12 2018 जनकपुरी जयपुर
13 2019 कीर्ति नगर जयपुर
14 2020 श्री पदमपुरा
15 2021 श्याम नगर जयपुर
16 2022 श्याम नगर जयपुर
गणिनी आर्यिका रत्न सुपार्श्वमती माताजी की सुयोग्य शिष्या गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी का गत गुरुवार दिनांक 25 अगस्त 2022 को मध्य रात्रि 11:22 बजे भट्टारक जी की नसियां में देवलोक गमन हो गया जिनकी डोल यात्रा आज शुक्रवार 26/08/2022 को प्रातः श्री दिगम्बर जैन मंदिर, भट्टारक जी की नसियां, जयपुर से आचार्य सुनील सागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य में चूलगिरी के लिए अंतिम क्रिया संपन्न हेतु जाएगी।
इसके पूर्व माताजीको वात्सल्य वारिधि पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी का उपदेश संबोधन मिला। दिनांक 23 अगस्त 2022 को जल ,दूध तथा मौसंबी को छोड़कर शेष सभी पदार्थो का आजीवन त्याग किया। माताजीको आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी,आचार्य श्री सुनील सागर जी,मुनि श्री अमित सागर जी,मुनि श्री पुण्य सागर जी, मुनि श्री पीयूष सागर जी, गणनी आर्यिका श्री ज्ञानमती जी सहित अन्य साधुओं का भी संबोधन प्राप्त हुआ। बहुत से आचार्यो से भी संबोधन की अनुकूलता नही रही।
मालूम हो पूज्य माताजी ससंघ आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर, श्याम नगर, वशिष्ठ मार्ग, सोडाला, जयपुर में चातुर्मासार्थ विराजमान थी। पूज्य माताजी का विगत कुछ दिनों से स्वास्थ्य नरम चल रहा था। पूज्य माताजी की उत्कृष्ट समाधि हेतु उनको गुरुवार को दोपहर 3:00 बजे भट्टारक जी नसियां ले जाया गया था जहां आचार्य सुनील सागर जी महाराज ससंघ विराजमान हैं।
गणिनी आर्यिका रत्न सुपार्श्वमती माताजी की सुयोग्य शिष्या गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी का गत गुरुवार दिनांक 25 अगस्त 2022 को मध्य रात्रि 11:22 बजे भट्टारक जी की नसियां में देवलोक गमन हो गया जिनकी डोल यात्रा आज शुक्रवार 26/08/2022 को प्रातः श्री दिगम्बर जैन मंदिर, भट्टारक जी की नसियां, जयपुर से आचार्य सुनील सागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य में चूलगिरी के लिए अंतिम क्रिया संपन्न हेतु जाएगी।
Refrence- Sanskar Sagar Patrika September 2022
1.Charitrachakravarti Acharya Shri Shanti Sagar Ji Maharaj 1872 | ||
2. Aacharya Shri 108 Veer Sagar Ji Maharaj 1876 | ||
Aryika Shri 105 Suparshwamati Mataji |
Swargiya Shrimati Putali Devi Ji, Mother of Aaryika Shri 105 Gauravmati Mata Ji took Initiation in the yar 2008, Name after Initiation Aaryika Shri Nischalmati Mataji)
Ganini Aryika 105 Shri Gauravmati Mataji
आर्यिका श्री १०५ सुपार्श्वमती माताजी Aryika Shri 105 Suparshwamati Mataji
आर्यिका श्री १०५ सुपार्श्वमती माताजी Aryika Shri 105 Suparshwamati Mataji
Ganini Aaryika 105 Shri Suparshwamati Mataji
वर्षायोग
1 2007 नेमि सागर जयपुर
2 2008 खानीया जी जयपुर
3 2009 जौहरी बाजार जयपुर
4 2010 श्याम नगर जयपुर
5 2011 बड़केबालाजी जयपुर
6 2012 जौहरी बाजार जयपुर
7 2013 श्याम नगर जयपुर
8 2014 मान सरोवर जयपुर
9 2015 जनकपुरी जयपुर
10 2016 श्याम नगर जयपुर
11 2017 श्री पदमपुरा
12 2018 जनकपुरी जयपुर
13 2019 कीर्ति नगर जयपुर
14 2020 श्री पदमपुरा
15 2021 श्याम नगर जयपुर
16 2022 श्याम नगर जयपुर
Aaryika Shri 105 Gauravmati Mataji
#gauravmatimataji1953Suparshwamatimataji
suparshwamatimatajiShriveersagarjiMaharaj
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gauravmatimataji1953Suparshwamatimataji
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