कुमारी नेहा दोशी का जन्म ३१ मई १९७५ को महाराष्ट्र के वालचंदनगर में हुआ था। उनके पिताजी का नाम श्री छग्गन लाल जैन और माताजी का नाम श्रीमती विमला देवी जैन (बाद में आर्यिका श्री १०५ स्वस्तिमति माताजी) था। कुमारी नेहा ने १२वीं तक की शालेय शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने आचार्य श्री १०८ श्रेयांश सागरजी महाराज के सान्निध्य में ब्रह्मचर्य व्रत लिया। २५ अप्रैल २००३ को उन्हें आचार्य श्री १०८ सन्मति सागरजी महाराज द्वारा क्षुल्लिका दीक्षा दी गई और २३ मई २०१० को उन्होंने आर्यिका दीक्षा प्राप्त की, जो पुनः आचार्य श्री १०८ सन्मति सागरजी महाराज के मार्गदर्शन में हुई। दीक्षा पश्चात उन्हें गणिनी आर्यिका श्री १०५ शुभमति माताजी के नाम से जाना गया। उन्हें आचार्य श्री १०८ सुनील सागरजी महाराज द्वारा गणिनी पद प्रदान किया गया। उन्होंने "कल्याणकारी दीपीका," "णमोकार महामंत्र विधान," और अन्य अनेक साहित्यिक कृतियों का लेखन किया है। उनकी उपाधियाँ प्रज्ञाश्रमणी, आर्यिकारत्न, गणिनी, और जिनधर्म प्रभाविका हैं। २००६ में अमेरिका में उनका चातुर्मास हुआ और २००७/२००८ में उन्होंने धर्म प्रभावना की।
Aryika Shri 105 Shubhmati Mataji received Initiation from Acharya Shri 108 Sanmati Sagarji Maharaj.
The walk of Life
Ganini Aryika Shri 105 Shubhmati Mataji
Kumari Neha Doshi was born on May 31, 1975, in Walchandnagar, Maharashtra. Her father's name was Shri Chaggan Lal Jain, and her mother's name was Shrimati Vimla Devi Jain (later Aryika Shri 105 Swastimati Mataji). Neha completed her schooling up to the 12th grade. She took the vow of celibacy under the guidance of Acharya Shri 108 Shreyansh Sagarji Maharaj. On April 25, 2003, she received *Kshullika* initiation from Acharya Shri 108 Sanmati Sagarji Maharaj, and on May 23, 2010, she was bestowed with *Aryika* initiation, again under the guidance of Acharya Shri 108 Sanmati Sagarji Maharaj. After her initiation, she was known as Ganini Aryika Shri 105 Shubhmati Mataji. She was conferred the title of *Ganini* by Acharya Shri 108 Sunil Sagarji Maharaj. She has authored several literary works, including "Kalyankari Deepika," "Namokar Mahamantra Vidhan," among others. Her titles include *Pragyashramani*, *Aryikaratna*, *Ganini*, and *Jindharma Prabhavika*. In 2006, she performed *Chaturmas* in the USA and further spread her influence in 2007/2008.