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#BharatBhushanJiMaharaj1980DharmabhushanJi
Acharya 108 Shri Bharat Bhushanji Maharaj was born in year 1982 and he received initiation from Samadhistha Acharya Shri 108 Dharmabhushanji Maharaj on January 18, 2007 at Hastinapur.
श्री रिपुदमन जैन का जन्म १ सितंबर १९८२ को ज़ौरी कोटवाल, भिंड, मध्य प्रदेश में हुआ था। उनकी माताजी का नाम श्रीमती सुमनलता जैन और पिताजी का नाम स्वर्गीय डॉ. प्रेमचंद जैन था। उन्होंने हाई स्कूल तक शिक्षा प्राप्त की। १८ नवंबर २००४ को उन्होंने ब्रह्मचर्य व्रत धारण किया। इसके बाद, २००६ में नसीयाजी शांतिवन, हस्तिनापुर, उत्तर प्रदेश में उन्हें क्षुल्लक दीक्षा दी गई, जिसके पश्चात उनका नाम क्षुल्लक श्री १०५ गुणभूषणजी महाराज रखा गया। १८ जनवरी २००७ को हस्तिनापुर, उत्तर प्रदेश में आचार्य श्री १०८ धर्मभूषण सागरजी महाराज से मुनि दीक्षा प्राप्त की। ९ मार्च २००८ को उन्हें आचार्य कल्प उपाधि प्रदान की गई, और ६ दिसंबर २००९ को रामपुर मनीहारन, उत्तर प्रदेश में उन्हें आचार्य पद प्रदान किया गया, जहां उनका नाम आचार्य श्री १०८ भारत भूषणजी महाराज रखा गया।
#BharatBhushanJiMaharaj1980DharmabhushanJi
आचार्य १०८ श्री भारत भूषणजी महाराज
Paras ji Jain : +91 96395 77336
Acharya Shri 108 Dhrambhushan Sagarji 1940
आचार्य श्री १०८ धर्मभूषण सागरजी १९४० Acharya Shri 108 Dhrambhushan Sagarji 1940
मुनि श्री भाव भूषण जी महाराज
मुनि श्री निर्वाण भूषण जी महाराज
मुनि श्री भव्य भूषण जी महाराज
समाधि क्षुल्लक : क्षुल्लक श्री भाग्य भूषण जी महाराज
समाधि क्षुल्लिका: क्षुल्लिका श्री भक्ति भूषण मतिमाता जी
समाधि क्षुल्लिका श्री भविका भूषण मतिमाता जी
BharatBhushanJiMaharaj1980DharmabhushanJi
Acharya 108 Shri Bharat Bhushanji Maharaj was born in year 1982 and he received initiation from Samadhistha Acharya Shri 108 Dharmabhushanji Maharaj on January 18, 2007 at Hastinapur.
Shri Ripudaman Jain was born on September 1, 1982, in Zauri Kotwal, Bhind, Madhya Pradesh. His mother's name is Smt. Sumanlata Jain, and his father's name was Late Dr. Premchand Jain. He completed his education up to high school. On November 18, 2004, he took the vow of celibacy. Subsequently, in 2006, he received Kshullak Diksha at Nasiyaji Shantivan, Hastinapur, Uttar Pradesh, after which he was named Kshullak Shri 105 Gunabhushanji Maharaj. On January 18, 2007, he received Muni Diksha from Acharya Shri 108 Dharmabhushan Sagarji Maharaj in Hastinapur, Uttar Pradesh. On March 9, 2008, he was conferred the title of Acharya Kalp, and on December 6, 2009, he was bestowed with the position of Acharya at Rampur Maniharan, Uttar Pradesh, where he was named Acharya Shri 108 Bharat Bhushanji Maharaj.
मुनि श्री भाव भूषण जी महाराज
मुनि श्री निर्वाण भूषण जी महाराज
मुनि श्री भव्य भूषण जी महाराज
समाधि क्षुल्लक : क्षुल्लक श्री भाग्य भूषण जी महाराज
समाधि क्षुल्लिका: क्षुल्लिका श्री भक्ति भूषण मतिमाता जी
समाधि क्षुल्लिका श्री भविका भूषण मतिमाता जी
Acharya 108 Shri Bharat Bhushanji Maharaj
आचार्य श्री १०८ धर्मभूषण सागरजी १९४० Acharya Shri 108 Dhrambhushan Sagarji 1940
Paras ji Jain : +91 96395 77336
आचार्य श्री १०८ धर्मभूषण सागरजी १९४० Acharya Shri 108 Dhrambhushan Sagarji 1940
Acharya Shri 108 Dhrambhushan Sagarji 1940
Acharya Shri 108 Dharmabhushanji Maharaj
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