एक द्दष्टि में - बीसवीं शताब्दी में सन 1983 के पश्चात देवपुरा में एक ब्रह्मचारीजी ने आचार्यश्री विमलसागरजी महाराज से दीक्षा लेकर ऐलकश्री निरंजनसागरजी महाराज का नाम धारण किया था। वर्ष 1985 के लोहारिया चातुर्मास के समय दीक्षा गुरु ने ऐलकश्री को दिगम्बरी दीक्षा प्रदान की और वे बने मुनिश्री निरंजनसागरजी महाराज। मुनि अवस्था में इक्कीसवीं शताब्दी में उनके चातुर्मास सम्मेदशिखरजी (2001), खंडगिरिउदयगिरि (2004), भातकुली (2005), मांगीतुंगी (2006), धनोड़ा (2010), सीपुर (2011), इंदौर (2012), सम्मेदशिखरजी (2013, 2014 और 2015) में हुए। आचार्य पद पर रहते हुए उन्होंने 2016 और 2017 के चातुर्मास तीर्थराज सम्मेदशिखरजी में ही संपन्न किए हैं। आचार्यश्री निरंजनसागरजी महाराज के बारे में और अधिक जानकारी नहीं मिल सकी है।इक्कीसवीं शताब्दी में चातुर्मास | 2001 | श्री दिगम्बर जैन बीसपंथी कोठी, सम्मेदशिखरजी (झारखंड)| 1 पिच्छी | 2004 | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, खंडगिरि-उदयगिरि (उड़ीसा)1 पिच्छी | 2005 | श्री दिगम्बर जैन मंदिर, भातकुली, तिला-अमरावती (महाराष्ट्र)1 पिच्छी | 2006 | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, मांगीतुंगी, जिला-नाशिक (महाराष्ट्र)1 पिच्छी 2010 | श्री दिगम्बर जैन मंदिर, धनोड़ा, जिला-बांसवाड़ा, (राजस्थान)1 पिच्छी 2011 | श्री दिगम्बर जैन मंदिर, सीपुर, जिला-उदयपुर (राजस्थान)1 पिच्छी | 2012 | श्री दिगम्बर जैन संत सदन, इतवारिया बाजार, इंदौर (मध्य प्रदेश)1 पिच्छी | 2013 | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, बीसपंथी कोठी, सम्मेदशिखरजी (झारखंड) 1 पिच्छी| श्री दिगम्बर जैन तीर्थ सम्मेदशिखरजी संघ में, दो आर्यिका माताजी व दो 5 पिच्छियांक्षुल्लिका माताजी | 2015 | सम्मेदशिखरजी -संघस्थ दो आर्यिका और दो क्षल्लिका माताजी| 5 पिच्छियां 2016 | आचार्य पद पर – श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, बीसपंथी कोठी, सम्मेदशिखरजी | 1 पिच्छी(झारखंड) 2017 | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र बीसपंथी कोठी, सम्मेदशिखरजी (झारखंड) 1 पिच्छी 2014
Samamed shikharji (2001), Khandagiriudyagiri (2004), Bhatkuli (2005), Mangitungi (2006), Dhanora (2010), Seepur (2011), Indore (2012), Sammed shikharji (2013, 2014 and 2015).At the position of Acharya he has done Chaturmas of 2016 and 2017 in Sammed Shikhar ji
जानकारी सौजन्या
Dipika Hiralal Padliya,Kandivali east , Mumbai
Sanjul Jain created wiki page for Maharaj ji on 18-Feb-2021
Samamed shikharji (2001), Khandagiriudyagiri (2004), Bhatkuli (2005), Mangitungi (2006), Dhanora (2010), Seepur (2011), Indore (2012), Sammed shikharji (2013, 2014 and 2015).At the position of Acharya he has done Chaturmas of 2016 and 2017 in Sammed Shikhar ji