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#lohatPrachin
कवि लोहटके पिताका नाम धर्म था । ये बघेरवाल जातिके थे। हींग और सुन्दर इनके बड़े भाई थे । पहले ये सांभरमें रहते थे, फिर बदीमें आकर रहने लगे । कविके समय में रावभावसिंहका राज्य था। इन्होंने बूंदीनगर एवं वहाँके राजबंशका वर्णन किया है । इन्होंने यशोधरचरितका पद्यानुवाद वि० सं० १७२१ में समाप्त किया है।
कवि लोहटके पिताका नाम धर्म था । ये बघेरवाल जातिके थे। हींग और सुन्दर इनके बड़े भाई थे । पहले ये सांभरमें रहते थे, फिर बदीमें आकर रहने लगे । कविके समय में रावभावसिंहका राज्य था। इन्होंने बूंदीनगर एवं वहाँके राजबंशका वर्णन किया है । इन्होंने यशोधरचरितका पद्यानुवाद वि० सं० १७२१ में समाप्त किया है।
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आचार्यतुल्य लोहट (प्राचीन)
संजुल जैन ने महाराज जी का विकी पेज बनाया है तारीख 2 जून 2022
दिगजैनविकी आभारी है
बालिकाई शास्त्री (बाहुबली-कोल्हापुर )
नेमिनाथ जी शास्त्री (बाहुबली-कोल्हापुर )
परियोजना के लिए पुस्तकों को संदर्भित करने के लिए।
लेखक:- पंडित श्री नेमीचंद्र शास्त्री-ज्योतिषाचार्य
आचार्य शांति सागर छानी ग्रंथ माला
Sanjul Jain Created Wiki Page Maharaj ji On Date 2 June 2022
Digjainwiki is Thankful to
Balikai Shashtri ( Bahubali - Kholapur)
Neminath Ji Shastri ( Bahubali - Kholapur)
for referring the books to the project.
Author :- Pandit Nemichandra Shashtri - Jyotishacharya
Acharya Shanti Sagar Channi GranthMala
कवि लोहटके पिताका नाम धर्म था । ये बघेरवाल जातिके थे। हींग और सुन्दर इनके बड़े भाई थे । पहले ये सांभरमें रहते थे, फिर बदीमें आकर रहने लगे । कविके समय में रावभावसिंहका राज्य था। इन्होंने बूंदीनगर एवं वहाँके राजबंशका वर्णन किया है । इन्होंने यशोधरचरितका पद्यानुवाद वि० सं० १७२१ में समाप्त किया है।
Acharyatulya Lohat (Prachin)
Sanjul Jain Created Wiki Page Maharaj ji On Date 2 June 2022
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Balikai Shashtri ( Bahubali - Kholapur)
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Author :- Pandit Nemichandra Shashtri - Jyotishacharya
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