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#Nagchandra
इनका समय ई० सन् ११७० है। नागचन्द्रकी उपाधि अभिनव पम्प थी। ये अत्यन्त प्रतिभाशाली हैं। अभिनव पम्पने 'मल्लिनाथपुराण'की रचना की। यह उपासनाप्रिय कवि हैं। इसने संस्कृत भाषासे बहुमुल्य अलंकार और पद अहणकर अपनी कविताको भूषित करनेका प्रयास किया है। अभिनव पम्पको काव्य प्रतिभा कई दुटियोंसे महत्त्वपूर्ण है 1 कवि अभिनव पम्पके समय में कन्ति देवी नामको उत्कृष्ट कवयित्री भी हुई हैं। कविने इस कर्वायत्रीके सम्बन्धमें महत्त्वपूर्ण सद्गार व्यक्त किये हैं। अभिनव पम्पको 'साहित्य भारतीय' 'कर्ण पर 'साहित्य विद्याधर' और 'साहित्य सर्वज्ञ' आदि उपाधियाँ थीं।
नागचन्द्र या अभिनव पम्प इनका समय ई० सन् ११७० है। नागचन्द्रकी उपाधि अभिनव पम्प थी। ये अत्यन्त प्रतिभाशाली हैं। अभिनव पम्पने 'मल्लिनाथपुराण'की रचना की। यह उपासनाप्रिय कवि हैं। इसने संस्कृत भाषासे बहुमुल्य अलंकार और पद अहणकर अपनी कविताको भूषित करनेका प्रयास किया है। अभिनव पम्पको काव्य प्रतिभा कई दुटियोंसे महत्त्वपूर्ण है 1 कवि अभिनव पम्पके समय में कन्ति देवी नामको उत्कृष्ट कवयित्री भी हुई हैं। कविने इस कर्वायत्रीके सम्बन्धमें महत्त्वपूर्ण सद्गार व्यक्त किये हैं। अभिनव पम्पको 'साहित्य भारतीय' 'कर्ण पर 'साहित्य विद्याधर' और 'साहित्य सर्वज्ञ' आदि उपाधियाँ थीं।
#Nagchandra
आचार्यतुल्य नागचन्द्र (प्राचीन)
संजुल जैन ने महाराज जी का विकी पेज बनाया है तारीख 3 जून 2022
दिगजैनविकी आभारी है
बालिकाई शास्त्री (बाहुबली-कोल्हापुर )
नेमिनाथ जी शास्त्री (बाहुबली-कोल्हापुर )
परियोजना के लिए पुस्तकों को संदर्भित करने के लिए।
लेखक:- पंडित श्री नेमीचंद्र शास्त्री-ज्योतिषाचार्य
आचार्य शांति सागर छानी ग्रंथ माला
Sanjul Jain Created Wiki Page Maharaj ji On Date 3 June 2022
Digjainwiki is Thankful to
Balikai Shashtri ( Bahubali - Kholapur)
Neminath Ji Shastri ( Bahubali - Kholapur)
for referring the books to the project.
Author :- Pandit Nemichandra Shashtri - Jyotishacharya
Acharya Shanti Sagar Channi GranthMala
इनका समय ई० सन् ११७० है। नागचन्द्रकी उपाधि अभिनव पम्प थी। ये अत्यन्त प्रतिभाशाली हैं। अभिनव पम्पने 'मल्लिनाथपुराण'की रचना की। यह उपासनाप्रिय कवि हैं। इसने संस्कृत भाषासे बहुमुल्य अलंकार और पद अहणकर अपनी कविताको भूषित करनेका प्रयास किया है। अभिनव पम्पको काव्य प्रतिभा कई दुटियोंसे महत्त्वपूर्ण है 1 कवि अभिनव पम्पके समय में कन्ति देवी नामको उत्कृष्ट कवयित्री भी हुई हैं। कविने इस कर्वायत्रीके सम्बन्धमें महत्त्वपूर्ण सद्गार व्यक्त किये हैं। अभिनव पम्पको 'साहित्य भारतीय' 'कर्ण पर 'साहित्य विद्याधर' और 'साहित्य सर्वज्ञ' आदि उपाधियाँ थीं।
Acharyatulya Nagchandra (Prachin)
Sanjul Jain Created Wiki Page Maharaj ji On Date 3 June 2022
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Balikai Shashtri ( Bahubali - Kholapur)
Neminath Ji Shastri ( Bahubali - Kholapur)
for referring the books to the project.
Author :- Pandit Nemichandra Shashtri - Jyotishacharya
Acharya Shanti Sagar Channi GranthMala
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15000
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