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#TolamulitevarTamil
तोलामुलितेवर ने 'चूलामणि' लघुकाव्य लिखा है। ग्रन्थकार विजयनगर साम्राज्य में कारबेट मारके राजा विजय दरबार राजवि था । इस कविका समय जोषक चिन्तामणिके रचयिता तिरुक्कतेवरसे भी पूर्व है। इस काव्यमें १२ सर्ग हैं २१३१ पद्य हैं। इस ग्रन्थमें भगवान महावीरके पूर्वभवके जीव त्रिपिष्ठ वासुदेवके जीवन और उसके साहसपूर्ण कार्योका निर्देश है। इसके वर्णन प्रसंग जीवक चिन्तामणिके समान हैं । काध्य बस्यन्त ही सरस और जीवन मूल्योंसे सम्पृक्त है।
तोलामुलितेवर ने 'चूलामणि' लघुकाव्य लिखा है। ग्रन्थकार विजयनगर साम्राज्य में कारबेट मारके राजा विजय दरबार राजवि था । इस कविका समय जोषक चिन्तामणिके रचयिता तिरुक्कतेवरसे भी पूर्व है। इस काव्यमें १२ सर्ग हैं २१३१ पद्य हैं। इस ग्रन्थमें भगवान महावीरके पूर्वभवके जीव त्रिपिष्ठ वासुदेवके जीवन और उसके साहसपूर्ण कार्योका निर्देश है। इसके वर्णन प्रसंग जीवक चिन्तामणिके समान हैं । काध्य बस्यन्त ही सरस और जीवन मूल्योंसे सम्पृक्त है।
#TolamulitevarTamil
आचार्यतुल्य तोलामुलितेवर तमिल (प्राचीन)
संजुल जैन ने महाराज जी का विकी पेज बनाया है तारीख 4 जून 2022
दिगजैनविकी आभारी है
बालिकाई शास्त्री (बाहुबली-कोल्हापुर )
नेमिनाथ जी शास्त्री (बाहुबली-कोल्हापुर )
परियोजना के लिए पुस्तकों को संदर्भित करने के लिए।
लेखक:- पंडित श्री नेमीचंद्र शास्त्री-ज्योतिषाचार्य
आचार्य शांति सागर छानी ग्रंथ माला
Sanjul Jain Created Wiki Page Maharaj ji On Date 4 June 2022
Digjainwiki is Thankful to
Balikai Shashtri ( Bahubali - Kholapur)
Neminath Ji Shastri ( Bahubali - Kholapur)
for referring the books to the project.
Author :- Pandit Nemichandra Shashtri - Jyotishacharya
Acharya Shanti Sagar Channi GranthMala
तोलामुलितेवर ने 'चूलामणि' लघुकाव्य लिखा है। ग्रन्थकार विजयनगर साम्राज्य में कारबेट मारके राजा विजय दरबार राजवि था । इस कविका समय जोषक चिन्तामणिके रचयिता तिरुक्कतेवरसे भी पूर्व है। इस काव्यमें १२ सर्ग हैं २१३१ पद्य हैं। इस ग्रन्थमें भगवान महावीरके पूर्वभवके जीव त्रिपिष्ठ वासुदेवके जीवन और उसके साहसपूर्ण कार्योका निर्देश है। इसके वर्णन प्रसंग जीवक चिन्तामणिके समान हैं । काध्य बस्यन्त ही सरस और जीवन मूल्योंसे सम्पृक्त है।
Acharyatulya Tolamulitevar Tamil (Prachin)
Sanjul Jain Created Wiki Page Maharaj ji On Date 4 June 2022
Digjainwiki is Thankful to
Balikai Shashtri ( Bahubali - Kholapur)
Neminath Ji Shastri ( Bahubali - Kholapur)
for referring the books to the project.
Author :- Pandit Nemichandra Shashtri - Jyotishacharya
Acharya Shanti Sagar Channi GranthMala
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15000
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