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#ArahmatiMataJi(Veergaon)ShivSagarJiMaharaj
Aryika Shri 105 Arahmati Mataji was born in Veergaon, Maharashtra. Her name was Kundan bai before diksha. She received initiation from Acharya Shri 108 Shiv Sagarji Maharaj.
श्री १०५ आर्यिका अरहमती माताजी को लोग गृहस्थावस्था में कुन्दनबाई कहकर पुकारते थे। आपके पिता श्री गुलाबचन्द्रजी थे, माता हरिणीबाई थी। वीर गांव की यह एक ही वीरबाला निकली जिसने लोक जीवन के साथ परलोक के जीवन को भी सम्हाला । आप जाति से खण्डेलवाल और पहाडिया गोत्रज हैं। यद्यपि आपकी लौकिक धार्मिक शिक्षा नहीं के बराबर ही हुई तथापि सत्संग-धर्मश्रवण से आपने काफी लाभ उठाया । आपका विवाह लालचन्द्रजी से हुआ था। - बचपन के सामाजिक संस्कार सबल हुए । वैधव्य जीवन में विरक्ति की भावना बढी।
भला जिसके ज्येष्ठ मुनिश्री चन्द्रसागरजी, काका आचार्य वीर सागरजी, पुत्र मुनिश्री श्रेयान्ससागरजी. हो और जो १५ वर्षों तक १०८ मुनि श्री सुपाश्वंसागरजी के धार्मिक वातावरण में बड़ी हो, वह भला में क्षुल्लिका दीक्षा ले संसार में कैसे रहती ? निदान १०८ मुनि श्री सुपार्श्वसागरजी से संवत् २०२० में क्षुल्लिका ली और अगले वर्ष ही संवत २०२१ में आचार्य श्री १०८ शिवसागरजी महाराज से शान्ति वीर श्री महावीरजी में आर्यिका दीक्षा भी ले ली।
आप ६५ वर्षों की हो गई पर आपकी धार्मिक चर्या में सावधानी बढ़ती ही जा रही है। आपने श्री महावीरजी, जयपुर, कोटा, उदयपुर, प्रतापगढ़ आदि स्थानों पर चातुर्मास किये। इन्द्रिय को वश में करने के लिए नमक, तेल, दही का त्याग कर रखा है । आपने चारित्र शुद्धि कर्मट तीस चौबीसी जैसे व्रत अनेक बार किये हैं ।
Brother-Muni Shri Chandra Sagar Ji Maharaj
Son-Muni Shri Shreyansh Sagar Ji
Uncle-Acharya Shri Veer Sagar Ji
Book written by Pandit Dharmchandra Ji Shashtri -Digambar Jain Sadhu
#ArahmatiMataJi(Veergaon)ShivSagarJiMaharaj
Book written by Pandit Dharmchandra Ji Shashtri -Digambar Jain Sadhu
आर्यिका श्री १०५ अरहमती माताजी
Aacharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj 1901
आचार्य श्री १०८ शिव सागर जी महाराज १९०१ Aacharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj 1901
ShivSagarJiMaharaj1901VeersagarJi
Aryika Shri 105 Arahmati Mataji was born in Veergaon, Maharashtra. Her name was Kundan bai before diksha. She received initiation from Acharya Shri 108 Shiv Sagarji Maharaj.
Book written by Pandit Dharmchandra Ji Shashtri -Digambar Jain Sadhu
Brother-Muni Shri Chandra Sagar Ji Maharaj
Son-Muni Shri Shreyansh Sagar Ji
Uncle-Acharya Shri Veer Sagar Ji
Aryika Shri 105 Arahmati Mataji (Veergaon)
आचार्य श्री १०८ शिव सागर जी महाराज १९०१ Aacharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj 1901
आचार्य श्री १०८ शिव सागर जी महाराज १९०१ Aacharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj 1901
Aacharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj 1901
Acharya Shri 108 Shiv Sagarji Maharaj
#ArahmatiMataJi(Veergaon)ShivSagarJiMaharaj
ShivSagarJiMaharaj1901VeersagarJi
#ArahmatiMataJi(Veergaon)ShivSagarJiMaharaj
ArahmatiMataJi(Veergaon)ShivSagarJiMaharaj
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