On July 4, 1946, Dr. Shanti Jain was born in Buckswaha in Chhatarpur district of Bundalkhand. Father self Hemraj Jain came from Bakswaha in connection with the Ara job and then Shanti Jain remained here. His sang Manas recitation on All India Radio became very popular in the 1970s. Then his fame as a poet, a good folk singer, an established lyricist increased day by day.Books Published which was written by Dr.Shanti Jain are Classical review of Vennic epic, Kadambari (Rupantar), Vasavadatta (Rupantar), Vasantasena (Rupantar), Ashma (Prabandha Kavya), Chandanbala (Prabandha Kavya) surround a circle (poem), Chalkati Aankhe (Hindi song) Piya Ki Haveli ( Hindi songs), palm ka man (poetry collection), sunshine in water lines (songs, ghazals, poems), last two years (diary) of a gentle revolution, tarnum (song collection) timed vocals (song collection) .
Dr. Shanti Jain, 75 years old, was versatile and rich in creative world of Bihar. HD Jain retired from the post of Head of Department of Sanskrit at College Ara. In 1997, he composed Bihar 'Bihar Gaurav Gaan'. In the last 24 years, there have been more than three thousand presentations in the country and abroad. He has more than three dozen books published. In 1983, he received the Rajbhasha Samman for the first book 'Chaiti'.
In 2006, the KK Birla Foundation was awarded the Shankar Award. She was honored with the Kendriya Sangeet Natak Akademi Award in 2009. He was also a Senior Fellowship of the Ministry of Culture of the Central Government. In 2017, the Bihar government nominated him as the vice chairman of the Hindi Pragya Samiti.
Published more than three dozen books
Dr. Shanti Jain was born in Bundelkhand but watered the art of Bihar with his writing. In particular, he greatly enriched the folk tradition. His best works include round, circle, teal, kajri, a palm star, Piya Ki Haveli,Sparkling eyes, sun-drenched streaks, tarannum, vocals of time, ryotgeet, songs of the tutli dialect, devotional folklore of Chandanbala, Bihar, folk songs references and dimensions, Vasanta Sena, Kadambari, Vasavadatta, classical reviews of Veni Samachar, etc. are prominent .
http://biharart.org/content/dr-prof-shanti-jain
On July 4, 1946, Dr. Shanti Jain was born in Buckswaha in Chhatarpur district of Bundalkhand. Father self Hemraj Jain came from Bakswaha in connection with the Ara job and then Shanti Jain remained here. His sang Manas recitation on All India Radio became very popular in the 1970s. Then his fame as a poet, a good folk singer, an established lyricist increased day by day.Books Published which was written by Dr.Shanti Jain are Classical review of Vennic epic, Kadambari (Rupantar), Vasavadatta (Rupantar), Vasantasena (Rupantar), Ashma (Prabandha Kavya), Chandanbala (Prabandha Kavya) surround a circle (poem), Chalkati Aankhe (Hindi song) Piya Ki Haveli ( Hindi songs), palm ka man (poetry collection), sunshine in water lines (songs, ghazals, poems), last two years (diary) of a gentle revolution, tarnum (song collection) timed vocals (song collection) .
शिक्षा
एम.ए. द्वय (संस्कृत, हिन्दी), पी.एच.डी., डी.लिट, संगीत प्रभाकर संस्कृत विभागाध्यक्ष (अवकाश प्राप्त), एच.डी. जैन कॉलेज, आरा
प्रकाशित पुस्तकें
वेणीसंहार की शास्त्रीय समीक्षा, कादम्बरी (रूपान्तर), वासवदत्ता (रूपान्तर), वसन्तसेना (रूपान्तर), अश्मा (प्रबन्ध काव्य), चन्दनबाला (प्रबन्ध काव्य) एक वृत्त के चारों ओर (कविता), छलकती आँखे (हिन्दी गीत) पिया की हवेली (हिन्दी गीत), हथेली का आदमी (कविता संग्रह), धूप में पानी की लकीरें (गीत, गजल, कविताएँ), एक कोमल क्रान्तिवीर के अन्तिम दो वर्ष (डायरी), तरन्नुम (गीत संग्रह) समय के स्वर (गीत संग्रह)
लोक साहित्य
चैती, कजरी, ऋतुगीतः स्वर और स्वरूप, व्रत और त्योहारः पौराणिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि, उगो हे सूर्य, लोकगीतों के संदर्भ और आयाम (पुरस्कृत), तुलली बोली के गीत, बिहार के भक्तिपरक लोकगीत, सांझ घिरे लागल (भोजपुरी गीत), व्रत-त्योहार कोश, लोकगीतों में प्रकृति, लोक साहित्य में राष्ट्रीय चेतना, अंजुरी भर सपना ( भोजपुरी गीत) शताधिक आलेख और कविताएँ देश के स्तरीय विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित
संस्कृतिक अवदान
‘बिहार गौरव गान’, ‘दिशा-दिशा में लोकरंग का तार-तार है’ ‘महका-महका सोंधी माटी का बिहार है’ की राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर 2500 से अधिक प्रस्तुतियाँ
संगीत नाटक अकादमी, दिल्ली द्वारा 2005 में कोलकाता में आयोजित वृहद्देशी संगीत महोत्सव में गायन एवं आलेख पाठ
सन् 1968 से आकाशवाणी, दूरदर्शन की स्वीकृति गीतकार, कलाकार एवं लेखिका
तीन नृत्य नाटिकाएँ देश के विभिन्न भागों में मंचित एवं कई नृत्य नाटिकाएँ बिहार में मंचित
फिल्मों एवं कैसेट के लिए गीत लेखन
दुर्गासप्तशती, सुन्दरकाण्ड, छठ, विवाह गीत, लोकभजनों के कैसेट
भारत के सभी हिन्दी भाषी आकाशवाणी केन्द्रों में लोकसंगीत की प्रस्तुति
जे.पी. का अन्तिम दो वर्ष तक संगीतोपचार
पुरस्कार एवं सम्मान
वर्ष 2009 का संगीत नाटक अकादमी दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय सम्मान
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सन् 2008 ई. का ‘रास्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान’
के. के. बिड़ला फाउण्डेशन द्वारा 2006 का शंकर पुरस्कार ‘लोकगीतों के संदर्भ और आयाम पुस्तक के लिए
लोकसाहित्य में राष्ट्रीय चेतना परियोजना के लिए संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वरीय राष्ट्रीय अध्येता वृत (सन 2009-11)
‘बिहार के भक्तिपरक लोकगीत’ परियोजना के लिए पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय अनुदान (2002-03)
बिहार सरकार द्वारा सन् 2008 का बिहार कलाकार सम्मान
1999 ई. में आकाशवाणी के लिए लिखे गये संगीत रूपक ‘व्यथा’ (वन्य प्राणी संरक्षण) के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार
शाद अजीमाबादी स्टडी सर्किल द्वारा 2009 का ‘साहित्य साधना सम्मान’
1983 ई. मे ‘चैती’ पुस्तक के लिए बिहार सरकार का राजभाषा पुरस्तकार
‘बिहार गौरव गीत’ लेखन के लिए सम्मानित
प्रबुद्ध सांस्कृतिक मंच, पटना से काब्यकोकिला की उपाधि
साहित्यांचल पटना द्वारा ‘गीत गौरव’ की उपाधि
वर्ष 2018 के लिये दिनकर सुलभ साहित्य सम्मान 5 लाख की राशि एवं स्वर्ण पदक – घोषित
सदस्यता
मानव संसाधन विकास, भारत सरकार के अन्तर्गत संस्कृति विभाग में एक्सपर्ट कमिटी की सदस्या (पूर्व)
संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा में सिंडिकेट की सदस्या (पूर्व)
साहित्य सम्मेलन (पूर्व सहित्य मंत्री)
हिन्दी प्रगति समिति (पूर्व सदस्य)
अल्पसंख्यक आयोग (पूर्व सदस्य)
नालन्दा खुला विश्वविद्यालय कार्यकारिणी समिति की पूर्व सदस्य
भाषा साहित्य परिषद (आजीवन सदस्या)
टेम्पल ऑफ़ अण्डरस्टैंडिंग (आजीवन सदस्या)
अखिल भारतीय महिला समिति (आजीवन सदस्या)
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र (सम्मान्य सदस्या पूर्व)
कला संस्कृति विभाग, बिहार (सामान्य पूर्व सदस्या)
मध्य प्रदेश संस्कृति संचालनालय में जूरी सदस्य
आकाशवाणी में लोकसंगीत स्वर परीक्षा बोर्ड (पूर्व सदस्या)
उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग (पूर्व सदस्या)
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