हैशटैग
#AadimatiMataji(Agra)ShivSagarJiMaharaj
Ganini Aryika Shri 105 Aadimati Mataji was born in Gopalpura, Agra, Uttar Pradesh. Her name was Anguri bai before diksha. She received the initiation from Acharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj.
श्री १०५ आर्यिका आदिमतीजी के बचपन का नाम अंगुरीबाई था। आपके पिता श्री जीवनलालजी हैं । माता भगवानदेवी हैं । गोपालपुरा ( आगरा ) को आपकी जन्म भूमि होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । आपने लौकिक शिक्षा कक्षा ८ वीं तक प्राप्त की और धार्मिक शिक्षा विशारद तक प्राप्त की।
पन्द्रह वर्ष की अवस्था में आपका विवाह हुआ तो सही पर भाग्य को यह स्वीकार नहीं था, इसलिए डेढ वर्ष बाद ही आपके पति को डाकू हमेशा के लिए ले भागे । अब आपको संसार दुखमय सूना सूना लगने लगा। आप कण्ठस्थ किये हिन्दी, संस्कृत भाषा के धर्म पाठों से अपूर्व शान्ति पाती थीं।
कालान्तर में आपने घर के भाई बहनों का मोह छोड़ा और घर छोड़कर साधु संघ में ही वातावरण के साथ ही आपका जीवन क्रम बदला । संवत् २०१८ में सीकर (राजस्थान) में आचार्य श्री शिवसागरजी महाराज से
आर्यिका दीक्षा ले ली। आपने नेमीचन्द्राचार्य कृत गोम्मटसार कर्मकाण्ड की हिन्दी टीका कर जैन समाज का महान उपकार किया है।
आप समय पर लेख आदि भी लिखती रहती हैं वर्तमान में आचार्य श्री धर्मसागरजी के संघ के साथ आत्मसाधना में निरत हैं।
आपने लाडनू. कलकत्ता, श्रवणबेलगोला. शोलापुर, सनावद, प्रतापगढ़ आदि स्थानों पर चातुर्मास किये । आपकी रस परित्याग व्रत पर बड़ी आस्था है। आप जैसी विदुषी साध्वी से ही धार्मिक समाज का अहर्निश कल्याण सम्भव है।
Book written by Pandit Dharmchandra Ji Shashtri -Digambar Jain Sadhu
#AadimatiMataji(Agra)ShivSagarJiMaharaj
Book written by Pandit Dharmchandra Ji Shashtri -Digambar Jain Sadhu
गणिनी आर्यिका श्री १०५ आदिमती माताजी
Aacharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj 1901
आचार्य श्री १०८ शिव सागर जी महाराज १९०१ Aacharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj 1901
Laadnu. Kolkata, Shravanabelagola. Solapur, Sanawad, Pratapgarh
ShivSagarJiMaharaj1901VeersagarJi
Ganini Aryika Shri 105 Aadimati Mataji was born in Gopalpura, Agra, Uttar Pradesh. Her name was Anguri bai before diksha. She received the initiation from Acharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj.
Ganini Aryika Shri 105 Aadimati Mata ji was born in Gopalpura,Agra, Uttar Pradesh. Her name was Anguri bai before diksha. She received the initiation from Acharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj.
Book written by Pandit Dharmchandra Ji Shashtri -Digambar Jain Sadhu
Ganini Aryika Shri 105 Aadimati Mataji (Agra)
आचार्य श्री १०८ शिव सागर जी महाराज १९०१ Aacharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj 1901
आचार्य श्री १०८ शिव सागर जी महाराज १९०१ Aacharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj 1901
Aacharya Shri 108 Shiv Sagar Ji Maharaj 1901
Laadnu. Kolkata, Shravanabelagola. Solapur, Sanawad, Pratapgarh
#AadimatiMataji(Agra)ShivSagarJiMaharaj
ShivSagarJiMaharaj1901VeersagarJi
#AadimatiMataji(Agra)ShivSagarJiMaharaj
AadimatiMataji(Agra)ShivSagarJiMaharaj
You cannot copy content of this page