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#ChintanSagarji1986Vardhmaansagarji
Muni Shri 108 Chintan Sagarji Maharaj was born on 04-June-1986 at Mumbai, Maharastra and he received Initiation from Acharya Shri 108 Vardhmaan Sagarji Maharaj on 14-Oct-2017 at Siddhavrakut.
बाल ब्रह्मचारी श्री आलोक दोशी का जन्म ४ जून १९८६ को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। उनकी माता जी का नाम श्रीमती मीना देवी दोशी और पिता जी का नाम श्री राजनकुमार दोशी था। उन्होंने अपनी शालेय शिक्षा M.Com., C.A. Foundation, और P.C.F.A.M.S. Finance तक पूरी की। उनके प्रेरणा स्त्रोत मुनी श्री १०८ अमोघकीर्तीजी महाराज और मुनी श्री १०८ अमरकीर्तीजी महाराज रहे। २९ अप्रैल २०१६ को चैतरा शुक्ल पूर्णिमा के दिन उन्होंने ब्रह्मचर्य व्रत लिया। १४ अक्टूबर २०१६ को श्री सिद्धक्षेत्र सिद्धावर्कूट, मध्य प्रदेश में आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज से मुनि दीक्षा प्राप्त की और दीक्षा के बाद उनका नाम मुनि श्री १०८ चिंतन सागरजी महाराज रखा गया। उनकी विशेषता में अध्ययन, पृच्छना, चिंतन, शास्त्र चर्चा, और जिज्ञासा शामिल हैं। उन्होंने बंबई में M.Com, Chartered Accountant (C.A.) में अध्ययन किया और C.A. Foundation पूरा किया। इसके बाद उन्होंने Chartered Financial Analyst (CFA) की डिग्री प्राप्त की और फिर मास्टर ऑफ फाइनेंस की डिग्री ली। इसके बाद पारिवारिक जवाहरात के व्यापार में भी योगदान दिया। बहुत कम उम्र में कठिन पाठ्यक्रमों को पूरा कर, उन्होंने जीवन में सफलता प्राप्त की। मात्र ३० वर्ष की आयु में, शिक्षित आलोक जी ने जीवन को आलोकित किया। २१ अप्रैल २०१६ को वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्धमान सागर जी से आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत लेकर, सिद्ध क्षेत्र सिद्धवरकूट में १४ अक्टूबर २०१६ को सीधे मुनि दीक्षा ग्रहण की और जीवन की असारता का चिंतन करते हुए उसे आत्मसात किया।
#ChintanSagarji1986Vardhmaansagarji
मुनि श्री १०८ चिंतन सागरजी महाराज
Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज १९५० (वात्सल्य विरुद्ध) Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
2017 - Shrawanbelagola, Karanataka.
VardhamansagarjiDharmsagarji
Muni Shri 108 Chintan Sagarji Maharaj was born on 04-June-1986 at Mumbai, Maharastra and he received Initiation from Acharya Shri 108 Vardhmaan Sagarji Maharaj on 14-Oct-2017 at Siddhavrakut.
Bal Brahmachari Shri Alok Doshi was born on June 4, 1986, in Mumbai, Maharashtra. His mother was Smt. Meenakshi Doshi, and his father was Shri Rajankumar Doshi. He completed his schooling with an M.Com., C.A. Foundation, and P.C.F.A.M.S. Finance. His sources of inspiration were Muni Shri 108 Amoghkirti Maharaj and Muni Shri 108 Amarkirti Maharaj. On April 29, 2016, he took the Brahmacharya vow on Chaitra Shukla Purnima. On October 14, 2016, he received Muni Diksha at Shri Siddhakshetra Siddhavarkoot, Madhya Pradesh, from Acharya Shri 108 Vardhman Sagarji Maharaj. After Diksha, his name was Muni Shri 108 Chintan Sagarji Maharaj. His special qualities include study, inquiry, contemplation, scripture discussions, and curiosity. He studied in Mumbai, completing his M.Com and Chartered Accountant (C.A.) Foundation. Later, he earned a Chartered Financial Analyst (CFA) degree and a Master's degree in Finance. He also contributed to his family's jewelry business. At a very young age, he completed difficult courses and attained success. At just 30 years old, he illuminated his life with education. On April 21, 2016, he took the lifelong Brahmacharya Vrat from Vatsalya Varidhi Acharya Shri Vardhman Sagarji, and on October 14, 2016, he took direct Muni Diksha at Siddhavarkoot, reflecting on the impermanence of life.
Muni Shri 108 Chintan Sagarji Maharaj
आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज १९५० (वात्सल्य विरुद्ध) Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज १९५० (वात्सल्य विरुद्ध) Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
2017 - Shrawanbelagola, Karanataka.
Aacharya Shri 108 Vardhmaan Sagarji Maharaj
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