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#OmSagarji(Parsola)1936VardhmanSagarJi
Muni Shri 108 Om Sagarji Maharaj received Initiation from Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj.
मुनी श्री १०८ ओम सागरजी महाराज का पूर्व नाम श्री मुलचंदजी घाटलिया था। उनका जन्म १९३६ में राजस्थान के पारसोला में हुआ था। उनके पिताजी का नाम स्वर्गीय श्री नवलचंदजी घाटलिया और माताजी का नाम स्वर्गीय श्रीमती अमृतदेवी था। वे शादीशुदा थे और उनकी पत्नी का नाम श्रीमती कांताजी था। उनके परिवार में ५ पुत्र और ४ पुत्रियाँ हैं। उनकी प्रेरणा और शिक्षा गुरु आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज थे। १९८२ में उन्होंने ७ प्रतिमा व्रत लिया, जिसके गुरु आचार्य श्री १०८ सनमती सागरजी महाराज थे। ८ अक्टूबर १९९० को उन्होंने मुनी दीक्षा ली, जो पारसोला, राजस्थान में आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज के सानिध्य में हुई। मुनी दीक्षा के बाद उनका नाम मुनी श्री १०८ ओम सागरजी महाराज रखा गया। १९ सितम्बर १९९२ को आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज के सानिध्य में तारंगाजी, गुजरात में ३२ उपवास की साधना करते हुए उनकी समाधी हुई।
#OmSagarji(Parsola)1936VardhmanSagarJi
मुनि श्री १०८ ओम सागरजी महाराज
Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज १९५० (वात्सल्य विरुद्ध) Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
VardhamansagarjiDharmsagarji
Muni Shri 108 Om Sagarji Maharaj received Initiation from Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj.
Muni Shri 108 Om Sagarji Maharaj’s previous name was Shri Mulchandji Ghataliya. He was born in 1936 in Parsola, Rajasthan. His father was the late Shri Nawalchandji Ghataliya, and his mother was the late Smt. Amritdevi. He was married to Smt. Kantaji, and they had 5 sons and 4 daughters. His inspiration and spiritual guru were Acharya Shri 108 Vardhman Sagarji Maharaj. In 1982, he took the 7 Pratima vow under the guidance of Acharya Shri 108 Sanmati Sagarji Maharaj. On October 8, 1990, he received Muni Diksha in Parsola, Rajasthan, from Acharya Shri 108 Vardhman Sagarji Maharaj. After the Diksha, he was named Muni Shri 108 Om Sagarji Maharaj. On September 19, 1992, under the guidance of Acharya Shri 108 Vardhman Sagarji Maharaj, he attained Samadhi after performing a 32-day fasting meditation in Tarangaji, Gujarat.
Muni Shri 108 Om Sagarji Maharaj
आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज १९५० (वात्सल्य विरुद्ध) Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज १९५० (वात्सल्य विरुद्ध) Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj
#OmSagarji(Parsola)1936VardhmanSagarJi
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OmSagarji(Parsola)1936VardhmanSagarJi
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