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#PadmakirtiSagarji(Dhariyabad)VardhamanSagarJiMaharaj1950
Muni Shri 108 Padmakirti Sagarji Maharaj was born in Dhariyabad, Rajasthan. Muni Shri received the initiation from Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj.
श्री पद्मकीर्ति महाराज का मुनि जीवन 10 माह का रहा। मुनि श्री पद्मकीर्ति जी महाराज का सांसारिक नाम इंदरमल किकावत था। उनका जन्म राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के धरियावद के तहसील खुंता में श्रावण बुद्धि छठ विक्रम संवत् 2012 को हुआ। इंदरमल जी ने 8वीं तक ही शिक्षा प्राप्त की, इनके परिवार में पत्नि, एक बेटा, एक बेटी, 3 भाई और एक बहन हैं। सन् 2017 में आचार्य वर्धमान सागरजी महाराज ने 7वीं प्रतिमा (ब्रह्मचारी व्रत) ली। 13 अगस्त 2021 को कर्नाटक के कोथली में दीक्षा ली।
बिस्तुनिया गांव से शुक्रवार की सुबह एक दुखद समाचार आया, कि मुनि श्री पद्मकीर्ति महाराज जी का देवलोक गमन हो गया हैं। आपको बता दें कि आचार्य वर्धमान सागरजी महाराज के शिष्य थे मुनि श्री पद्मकीर्ति जी महाराज। सुबह 9 बजकर 58 मिनट पर मुनि श्री पद्मकीर्ति जी महाराज का देवलोक गमन हुआ। मुनि श्री पद्मकीर्ति जी महाराज के समाधिमरण का समाचार जैसे ही गांव में फैला, जैन समाज के लोगों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनकी चकडोल यात्रा के समय बड़ी संख्या में श्रावक, जैन समाज के लोगों सहित आस-पास के गांवों के गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए। मुनि श्री पद्मकीर्ति जी महाराज को उनके सांसारिक पुत्र राकेश ने मुखाग्नि दी।
मुनि श्री पद्मकीर्ति जी महाराज अपने गुरू आचार्य वर्धमान सागर महाराज ने ससंघ कर्नाटक के कोथली से राजस्थान के श्रीमहावीर तीर्थ के लिए विहार कर रहे थे। विहार में ससंघ में 10 मुनि महाराज, 15 साधवी माताजी, 2 क्षुल्लक महाराज एवं श्रावक साथ चल रहे थे। विहार के दौरान मुनि श्री पद्मकीर्ति जी महाराज की तबीयत कुछ दिनों से खराब चल रही थी। गुरुवार को मुनि संघ ने विहार के दौरान ढाबला में रात्रि में विश्राम किया। सुबह जैसे ही ढाबला से विहार कर मुनि संघ बिस्तुनिया गांव पहुंचा, तभी मुनि श्री पद्मकीर्ति जी महाराज की तबीयत बिगड़ गई। जहां पर आचार्य वर्धमान सागरजी महाराज सहित अन्य महाराज श्री ने मुनि पद्यकीर्ति जी को नमोकार मंत्रोच्चार सुनाया और सम्यक समाधि दी। दोपहर 2 बजे उनकी अंतिम यात्रा प्रारंभ हुई, शाम पौने चार बजे बिस्तुनिया गांव में अंतिम संस्कार हुआ।
मुनि श्री पद्मकीर्ति जी महाराज के समाधिमरण का समाचार मिलते ही पिड़ावा, भवानीमंडी, मिश्रौली, करावन, सुनेल, आवर, रूनीजा, पगारिया, धतुरिया, डग, बोलिया, कोटा, खानपुर सहित मध्यप्रदेश से भी जैन समाज के लोग अंतिम दर्शनों के बिस्तुनिया गांव पहुंचे।
मुनि श्री पद्मकीर्ति जी की समाधि के लिए बिस्तुनिया के ग्रामीणों ने सहयोग किया। गांव के सरपंच मदनसिंह एवं ग्रामीणों को जैसे ही मुनि श्री के देवलोक गमन के बारें में ज्ञात हुआ, तो उन्होंने महाराज जी की समाधि स्थल के लिए नि:शुल्क भूमि उपलब्ध करवाई। इस दौरान अन्य कार्य में भी सहयोग।
Sallkehna Details recevied from Digambar Jain Global Mahasabha
#PadmakirtiSagarji(Dhariyabad)VardhamanSagarJiMaharaj1950
Sallkehna Details recevied from Digambar Jain Global Mahasabha
मुनि १०८ श्री पद्म् किर्ति सागरजी महाराज
Acharya Shri 108 Vardhaman Sagar Ji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज १९५० (वात्सल्य विरुद्ध) Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
VardhamansagarjiDharmsagarji
Muni Shri 108 Padmakirti Sagarji Maharaj was born in Dhariyabad, Rajasthan. Muni Shri received the initiation from Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj.
Muni 108 Shri Padma Kirti Sagarji Maharaj
Former Name: Shri Indarmalji Kikavat
Date of Birth: Shravan Sudi 6th Samvat 2012
Place of Birth: Village- Khunta, Teh.Dhariyavad District Pratapgarh
Father's Name: Shri Chhagan Lalji Kikawat
Mother's Name: Smt. Badam Bai Kikawat
Cosmic Education: 8th Class
Married
Siblings: 4 brothers and 2 sisters including Muni Shri
Family members who took Diksha: Muni Shri’s wife Shakuntala Bai ji is the holder of the seventh Pratima.
Vrat Pratima Guru: Vatsalya Varidhi Acharya 108 Vardhman Sagarji Maharaj
Vrat Pratima Date: In June 2017 the seventh Pratima was taken
Muni Diksha Guru: Vatsalya Varidhi Acharya 108 Shri Vardhman Sagarji Maharaj
Muni Diksha Date: 13 August 2021
Muni Diksha Place: Kothali (Karnataka)
Munishri 108 Padma Kirti ji Maharaj took Sallekhana in the morning on 9.58 June 17, 2022.
The funeral took place on , June 17, 2022, at 2:00 PM.
Muni 108 Shri Padma Kirti Sagarji Maharaj
आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज १९५० (वात्सल्य विरुद्ध) Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
आचार्य श्री १०८ वर्धमान सागरजी महाराज १९५० (वात्सल्य विरुद्ध) Acharya Shri 108 Vardhaman Sagarji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
Acharya Shri 108 Vardhaman Sagar Ji Maharaj 1950 (Vatsalya Viridhi)
Muni Shri 108 Padmakirti Sagarji Maharaj
#PadmakirtiSagarji(Dhariyabad)VardhamanSagarJiMaharaj1950
VardhamansagarjiDharmsagarji
#PadmakirtiSagarji(Dhariyabad)VardhamanSagarJiMaharaj1950
PadmakirtiSagarji(Dhariyabad)VardhamanSagarJiMaharaj1950
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