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#PuspdantSagarJiMaharaj(Mauzmabad)DharmSagarJi
Muni Shri 108 Puspdant Sagar Ji Maharaj was born in Mauzmabad,Jaipur,Rajasthan.His name was Jiwanlal before diksha.He received the initiation from Acharya Shri 108 Dharm Sagar Ji Maharaj.
मुनि श्री १०८ पुष्पदन्तसागरजी का गृहस्थावस्था का नाम जीवनलालजी था । आपका जन्म आज से लगभग ६२ वर्ष पूर्व मौजमाबाद में हुआ था । आपके पिता श्री चांदमलजी थे जो कपड़े के सफल व्यापारी थे । आपकी माता श्री फुलाबाई थी। आप खंडेलवाल जाति के भूषण हैं। आपको धार्मिक एवं लौकिक शिक्षा साधारण ही हुई । विवाह भी हुआ और परिवार में एक बहिन है।
नित्य प्रति शास्त्र स्वाध्याय करने से आपमें वैराग्य प्रवृत्ति जाग उठी। आपने श्रावण कृष्णा छठ, विक्रम संवत् २०२१ में आचार्य श्री १०८ धर्मसागरजी महाराज से इन्दौर में मुनिदीक्षा ले ली। आपने इन्दौर, झालरापाटन, टोंक, सवाईमाधोपुर, शिखरजी, आरा आदि स्थानों पर चातुर्मास कर धर्मवृद्धि की है। श्री सम्मेदशिखरजी की २०१ वन्दना की। बाहुबली गिरनारजी की भी तीन बार वन्दना की है । आपने वी, मीठा, नमक का त्याग कर दिया है।
Book written by Pandit Dharmchandra Ji Shashtri -Digambar Jain Sadhu
#PuspdantSagarJiMaharaj(Mauzmabad)DharmSagarJi
Book written by Pandit Dharmchandra Ji Shashtri -Digambar Jain Sadhu
मुनि श्री १०८ पुष्पदंत सागरजी महाराज
आचार्य श्री १०८ धर्म सागरजी महाराज १९१४ Acharya Shri 108 Dharm Sagarji Maharaj 1914
Indore, Jhalrapatan, Tonk, Sawaimadhopur, Shikharji, Ara
DharmSagarJiMaharaj1914
Muni Shri 108 Puspdant Sagar Ji Maharaj was born in Mauzmabad,Jaipur,Rajasthan.His name was Jiwanlal before diksha.He received the initiation from Acharya Shri 108 Dharm Sagar Ji Maharaj.
Book written by Pandit Dharmchandra Ji Shashtri -Digambar Jain Sadhu
Muni Shri 108 Puspdant Sagarji Maharaj (Mauzmabad )
आचार्य श्री १०८ धर्म सागरजी महाराज १९१४ Acharya Shri 108 Dharm Sagarji Maharaj 1914
आचार्य श्री १०८ धर्म सागरजी महाराज १९१४ Acharya Shri 108 Dharm Sagarji Maharaj 1914
Indore, Jhalrapatan, Tonk, Sawaimadhopur, Shikharji, Ara
#PuspdantSagarJiMaharaj(Mauzmabad)DharmSagarJi
DharmSagarJiMaharaj1914
#PuspdantSagarJiMaharaj(Mauzmabad)DharmSagarJi
PuspdantSagarJiMaharaj(Mauzmabad)DharmSagarJi
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