Previous Next मेरी जीवन गाथा ! मोक्ष मार्ग पर आरोहण – अंतर्मुखी मुनी श्री १०८ पूज्य सागरजी महाराज (अंतर्मुखी मुनि श्री १०८ पूज्य सागर महाराज के ९वें दीक्षा दिवस पर श्रीफल जैन न्यूज में उन्हीं की कलम से उनकी जीवनगाथा प्रस्तुत की जा रही है।)५. माताजी की प्रेरणाआर्यिका वर्धितमति माता जी का मौन खुला तो […]
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भक्तामर स्तोत्र Bhaktamar Stora written by Acharya Manatung is a sacred poetic verse of 48 shloks and is said to have magical powers and healing abilities.
Jeevan Parichay देव-मनुष्य “सिद्धप्पा ४ , मुनि का आशीर्वाद लेकर चिन्नव्वा बालक के साथ घर लौटी | बालक चलने लगा, यह देख सब अचम्भे में पड़ गये। चिन्नव्वा ने वस्तुस्थिति कह सुनायी। ‘श्रीसिद्ध’ महाराज के आशीर्वाद से बालक का पंगुत्व चला गया, इससे सब उसे ‘सिद्धप्पा’ नाम से पुकारने लगे। श्रीगुरु के कथनानुसार यह ge […]
आचार्य मानतुंग कृत भक्ताम्बर स्तोत्र संपूर्ण चित्र,ऑडियो ,अर्थ और यन्त्र सहित
Pictures reference for Bhaktamar Stotra Bhaktamar stotra book translated in Marathi by Muni Shri 108 Akshay Sagarji Maharaj and Published by Shanti Vidya Gyan Sanwardhan Samiti, Sangli To get this book please contact Mahavir Bhaiya – Jaisinghpur 8975541251
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