Previous Next Acharya Vidyasagarji Maharaji Muni Sangh based on Diksha Tithi दीक्षा तिथि के अनुसार आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज से दीक्षित –130 मुनिराज के नाम की सूची क्रमशः देखें- दीक्षा तिथि – 08/03/1980-द्रोणगिरी1-मुनिश्री समयसागर जी दीक्षा तिथि – 15/04/1980-मोराजी सागर2-मुनिश्री योगसागर जी3-मुनिश्री नियमसागर जी दीक्षा तिथि- 29/10/1981-नैनागिर जी4-मुनिश्री चेतनसागर जी5-मुनिश्री ओमसागर जी दीक्षा तिथि – […]
Previous Next 1. Gatha 1 2. Gatha 2 3. Gatha 3 4. Gatha 4 मेरी जीवन गाथा ! मोक्ष मार्ग पर आरोहण – अंतर्मुखी मुनी श्री १०८ पूज्य सागरजी महाराज (अंतर्मुखी मुनि श्री १०८ पूज्य सागर महाराज के ९वें दीक्षा दिवस पर श्रीफल जैन न्यूज में उन्हीं की कलम से उनकी जीवनगाथा प्रस्तुत की जा […]
Previous Next मेरी जीवन गाथा ! मोक्ष मार्ग पर आरोहण – अंतर्मुखी मुनी श्री १०८ पूज्य सागरजी महाराज (अंतर्मुखी मुनि श्री १०८ पूज्य सागर महाराज के ९वें दीक्षा दिवस पर श्रीफल जैन न्यूज में उन्हीं की कलम से उनकी जीवनगाथा प्रस्तुत की जा रही है।)५. माताजी की प्रेरणाआर्यिका वर्धितमति माता जी का मौन खुला तो […]
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Previous Next मेरी जीवन गाथा ! मोक्ष मार्ग पर आरोहण – अंतर्मुखी मुनी श्री १०८ पूज्य सागरजी महाराज (अंतर्मुखी मुनि श्री १०८ पूज्य सागर महाराज के ९वें दीक्षा दिवस पर श्रीफल जैन न्यूज में उन्हीं की कलम से उनकी जीवनगाथा प्रस्तुत की जा रही है।) १. अहसास घर में था, तब भी विचार आते थे […]
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भक्तामर स्तोत्र Bhaktamar Stora written by Acharya Manatung is a sacred poetic verse of 48 shloks and is said to have magical powers and healing abilities.
Jeevan Parichay देव-मनुष्य “सिद्धप्पा ४ , मुनि का आशीर्वाद लेकर चिन्नव्वा बालक के साथ घर लौटी | बालक चलने लगा, यह देख सब अचम्भे में पड़ गये। चिन्नव्वा ने वस्तुस्थिति कह सुनायी। ‘श्रीसिद्ध’ महाराज के आशीर्वाद से बालक का पंगुत्व चला गया, इससे सब उसे ‘सिद्धप्पा’ नाम से पुकारने लगे। श्रीगुरु के कथनानुसार यह ge […]
आचार्य मानतुंग कृत भक्ताम्बर स्तोत्र संपूर्ण चित्र,ऑडियो ,अर्थ और यन्त्र सहित
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