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INDEX
1 दीपावली2 घरों में दीपावली पूजन3 दुकान पर बही पूजन4 दीपावली पूजन विधि5 दीपावली पूजा प्रारंभ/अर्ध्यावली6 श्री महावीर जिनपूजा
7 सरस्वती पूजा8 गौतम गणधर पूजा9 चौसठ ऋद्धि अर्घ्य10 निर्वाण-काण्ड (भाषा)11 दीपावली विसर्जन पाठ12 आरती – पंच परमेष्ठी
Author:
Language : Hindi
बिन जाने वा जानके, रही टूट जो कोय ।तुम प्रसाद तैं परमगुरु, सो सब पूरन होय ॥
पूजन विधि जानूँ नहीं, नहिं जानूँ आह्वान ।और विसर्जन हूँ नहीं, क्षमा करहु भगवान ॥
मन्त्रहीन धनहीन हूँ, क्रियाहीन जिनदेव ।क्षमा करहु राखहु मुझे, देहु चरण की सेव ॥
आये जो जो देवगण, पूजे भक्ति प्रमान।ते अब जावहू कृपाकर, अपने-अपने थान।।
(निम्न श्लोक पढ़कर विसर्जन करना चाहिए)
श्री जिनवर की आशिका, लीजे शीश चढ़ाय।
भव-भव के पातक कटें, दुःख दूर हो जाय।।
(यहाँ पर नौ बार णमोकार मंत्र जपना चाहिए)
Updated By : Sou Tejashri Wadkar And Shri Shashank Shaha
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