Deepawali Visarjan Paath – दीपावली विसर्जन पाठ

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Language : Hindi

बिन जाने वा जानके, रही टूट जो कोय ।
तुम प्रसाद तैं परमगुरु, सो सब पूरन होय ॥

पूजन विधि जानूँ नहीं, नहिं जानूँ आह्वान ।
और विसर्जन हूँ नहीं, क्षमा करहु भगवान ॥

मन्त्रहीन धनहीन हूँ, क्रियाहीन जिनदेव ।
क्षमा करहु राखहु मुझे, देहु चरण की सेव ॥

आये जो जो देवगण, पूजे भक्ति प्रमान।
ते अब जावहू कृपाकर, अपने-अपने थान।।

(निम्न श्लोक पढ़कर विसर्जन करना चाहिए)

श्री जिनवर की आशिका, लीजे शीश चढ़ाय।

भव-भव के पातक कटें, दुःख दूर हो जाय।।

(यहाँ पर नौ बार णमोकार मंत्र जपना चाहिए)

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Updated By : Sou Tejashri Wadkar And Shri Shashank Shaha

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