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Author:
Language : Hindi
पूजन में बैठे हुए सभी सज्जनों का निम्न मंत्र बोलकर तिलक करें-
मंगलं भगवान् वीरो मंगलं गौतमो गणी।मंगलं कुन्दकुन्दार्यो, जैनधर्मोऽस्तु मंगलं।।
इसके बाद निम्न मंत्र पढ़कर सभी जनों को शुद्धि के लिए थोड़ा सा जल के हल्के छींटे देवें।
ॐ अमृतोद्भवे अमृतवर्षणी अमृत स्त्रावय स्त्रावय सं सं क्लीं क्लींब्लूं ब्लूं द्रां द्रां द्रीं द्रीं द्रावय द्रावय क्ष्वीं क्ष्वीं हं सः स्वाहा।
दीपक प्रज्जवलित करते हुए निम्न प्रकार मंत्र उच्चारण करें –
ॐ ह्रीं अज्ञानतिमिरहरं दीपकं प्रज्ज्वलयामि स्वाहा।
दीपावली पूजन प्रातःकाल यारात्रि होने से पूर्व गोधूलि बेला में करें।
Updated By : Sou Tejashri Wadkar And Shri Shashank Shaha
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