हैशटैग
#KalpvrikshaNandiJiMaharaj1964DarshanSagarJi
Acharya Shri 108 Kalpvriksha Nandi Ji Maharaj was born on 17 October 1964 in Village-Pipalgaon,Dist-Jalgaon,Maharashtra.His name was Sanjay Kumar Ji before Diksha. He received initiation from Acharya Shri 108 Darshan Sagar Ji Maharaj.
जन्म: १७ अक्टूबर १९६४
जन्म स्थान : पीपल गाँव (हरेश्वर) जलगाँव (महाराष्ट्र)
जन्म का नाम श्री संजय कुमार
माता का नाम : श्रीमती सिन्धुदेवी
पिता का नाम : श्री रामदास जी
क्षुल्लक दीक्षा : सन १९९०
दीक्षा का स्थान : सुसनेर (म.प्र.)
मुनि दीक्षा : सन १९९१
मुनि दीक्षा का स्थान : इंदौर (म.प्र.)
मुनि दीक्षा गुरु : आचार्य श्री १०८ दर्शन सागर जी महाराज
बालाचार्य पद : कुर्ला ,काजुपाडा,मुंबई सन १९९६
बालाचार्य पद गुरु : आचार्य श्री १०८ निर्मल सागर जी महाराज
सल्लेखना :
जलगांव - श्री कल्पवृक्ष कलशाकार तीर्थक्षेत्र (फरदापुर टांडा, ता. सोयगांव) के संस्थापक परम पूज्य आचार्य श्री १०८ कल्पवृक्षनंदजी महाराज का २५ सितंबर, २०२१ को सायं ७.३० बजे निधन हुआ । महाराजश्री ने २५ सितंबर, २०२१ को , सुबह अपने पहले गुरु प.पू. आचार्य 108 श्री दर्शनसागरजी महाराज (सुसनेर, म.प्र.) का आशीर्वाद लिया था । साथ ही आचार्य और मुनिश्री की सभी उपदेशों को भी ग्रहण किया था । शाम 7.30 बजे उनका निधन हो गया, जब उनकी सल्लेखना जारी थी । स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्होंने भोजन से परहेज किया था ।
पूर्वाश्रम, ता. पाचोरा के पिंपलगांव हरेश्वर जलगांव जिले के रहने वाले महाराजश्री इस दुनिया को छोड़कर परलोक की राह पर चल पड़े हैं । महाराजश्री ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आसाम, बिहार और अन्य राज्यों में समाज को प्रबुद्ध किया था । महाराजश्री के पार्थिव शरीर को दोपहर 1 बजे तक कल्पवृक्ष क्षेत्र में रखा गया था ताकि समुदाय के सदस्य और उनके अनुयायी अंतिम दर्शन कर सकें । उनका अंतिम संस्कार 26 सितंबर को दोपहर 1 बजे कल्पवृक्ष कलशाकार क्षेत्र में किया गया । तिर्थक्षेत्र निर्देशक सपना दिदी एवं दिगंबर जैन तरुण बहुउद्देशीय बोर्ड जलगांव के पदाधिकारियों ने समुदाय से अंत्यदर्शन का लाभ उठाने की अपील की थी |
श्रावक क्रिया, प्रतिज्ञान दर्पण, वज्रपंजर रक्षा कवच मंत्र, ओम ह्रीं मंत्र, आत्मा चित्रण दर्पण,लोग क्या कहेंगे, वा दिन कब आएगा, भटकती आत्मा, महकते फूल, कल्पवृक्ष आरती सरोवर, दीपावली पूजन विधि आदि।
#KalpvrikshaNandiJiMaharaj1964DarshanSagarJi
आचार्य श्री १०८ कल्पवृक्ष नंदीजी महाराज
Acharya Shri 108 Darshan Sagarji Maharaj 1947
आचार्य श्री १०८ दर्शन सागरजी महाराज १९४७ Acharya Shri 108 Darshan Sagarji Maharaj 1947
Khandwa (1992), Bhiwandi, Borivali-Mumbai, Bhayander-Thane, Cajupada-Kurla-Mumbai, Mumbra-Thane, Borivali-Mumbai, Juhu Scheme-Mumbai, Kandivali-Mumbai (2000), Mumba-Thane, Kandivali-Mumbai, Podanpur -Mumbai, Andheri-Mumbai, Solapur, Podanpur-Mumbai, Kurla-Mumbai, Bhopal, Ara, 2010 not known, Dhubri (2011), Vijayanagar, Dimapur, Tinsukia, Bangaigaon, 2016 - Not known, Partapur Tanda (Maharashtra-2017)
DarshanSagarJiMaharaj1947NirmalSagarJi
Acharya Shri 108 Kalpvriksha Nandi Ji Maharaj was born on 17 October 1964 in Village-Pipalgaon,Dist-Jalgaon,Maharashtra.His name was Sanjay Kumar Ji before Diksha. He received initiation from Acharya Shri 108 Darshan Sagar Ji Maharaj.
श्रावक क्रिया, प्रतिज्ञान दर्पण, वज्रपंजर रक्षा कवच मंत्र, ओम ह्रीं मंत्र, आत्मा चित्रण दर्पण,लोग क्या कहेंगे, वा दिन कब आएगा, भटकती आत्मा, महकते फूल, कल्पवृक्ष आरती सरोवर, दीपावली पूजन विधि आदि।
Acharya Shri 108 Kalpvriksha Nandiji Maharaj
आचार्य श्री १०८ दर्शन सागरजी महाराज १९४७ Acharya Shri 108 Darshan Sagarji Maharaj 1947
आचार्य श्री १०८ दर्शन सागरजी महाराज १९४७ Acharya Shri 108 Darshan Sagarji Maharaj 1947
Acharya Shri 108 Darshan Sagarji Maharaj 1947
Khandwa (1992), Bhiwandi, Borivali-Mumbai, Bhayander-Thane, Cajupada-Kurla-Mumbai, Mumbra-Thane, Borivali-Mumbai, Juhu Scheme-Mumbai, Kandivali-Mumbai (2000), Mumba-Thane, Kandivali-Mumbai, Podanpur -Mumbai, Andheri-Mumbai, Solapur, Podanpur-Mumbai, Kurla-Mumbai, Bhopal, Ara, 2010 not known, Dhubri (2011), Vijayanagar, Dimapur, Tinsukia, Bangaigaon, 2016 - Not known, Partapur Tanda (Maharashtra-2017)
#KalpvrikshaNandiJiMaharaj1964DarshanSagarJi
DarshanSagarJiMaharaj1947NirmalSagarJi
DarshanSagarJiMaharaj1947NirmalSagarJi
1000
#KalpvrikshaNandiJiMaharaj1964DarshanSagarJi
KalpvrikshaNandiJiMaharaj1964DarshanSagarJi
You cannot copy content of this page