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#Karnpaarya
ई० सन् १९४०के लगभग इन्होंने 'नेमिनाथपुराण की रचना की है । इसमें समुद्र, पहाड़, नगर, सूर्योदय, चन्द्रोदय, बनक्रीड़ा, जलक्रीड़ा, रति, चिन्ता, विवाह, पुत्रोत्पत्ति, युद्ध, जयप्राप्ति इत्यादिका सविस्तार वर्णन आया है । विप्र लाभ शृङ्गारके वर्णनमें तो कविने अपूर्व क्षमता प्रकट की है।
ई० सन् १९४०के लगभग इन्होंने 'नेमिनाथपुराण की रचना की है । इसमें समुद्र, पहाड़, नगर, सूर्योदय, चन्द्रोदय, बनक्रीड़ा, जलक्रीड़ा, रति, चिन्ता, विवाह, पुत्रोत्पत्ति, युद्ध, जयप्राप्ति इत्यादिका सविस्तार वर्णन आया है । विप्र लाभ शृङ्गारके वर्णनमें तो कविने अपूर्व क्षमता प्रकट की है।
#Karnpaarya
आचार्यतुल्य कर्णपराया 12वीं शताब्दी (प्राचीन)
संजुल जैन ने महाराज जी का विकी पेज बनाया है तारीख 3 जून 2022
दिगजैनविकी आभारी है
बालिकाई शास्त्री (बाहुबली-कोल्हापुर )
नेमिनाथ जी शास्त्री (बाहुबली-कोल्हापुर )
परियोजना के लिए पुस्तकों को संदर्भित करने के लिए।
लेखक:- पंडित श्री नेमीचंद्र शास्त्री-ज्योतिषाचार्य
आचार्य शांति सागर छानी ग्रंथ माला
Sanjul Jain Created Wiki Page Maharaj ji On Date 3 June 2022
Digjainwiki is Thankful to
Balikai Shashtri ( Bahubali - Kholapur)
Neminath Ji Shastri ( Bahubali - Kholapur)
for referring the books to the project.
Author :- Pandit Nemichandra Shashtri - Jyotishacharya
Acharya Shanti Sagar Channi GranthMala
ई० सन् १९४०के लगभग इन्होंने 'नेमिनाथपुराण की रचना की है । इसमें समुद्र, पहाड़, नगर, सूर्योदय, चन्द्रोदय, बनक्रीड़ा, जलक्रीड़ा, रति, चिन्ता, विवाह, पुत्रोत्पत्ति, युद्ध, जयप्राप्ति इत्यादिका सविस्तार वर्णन आया है । विप्र लाभ शृङ्गारके वर्णनमें तो कविने अपूर्व क्षमता प्रकट की है।
Acharyatulya Karnpaarya 12th Century (Prachin)
Sanjul Jain Created Wiki Page Maharaj ji On Date 3 June 2022
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Balikai Shashtri ( Bahubali - Kholapur)
Neminath Ji Shastri ( Bahubali - Kholapur)
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Author :- Pandit Nemichandra Shashtri - Jyotishacharya
Acharya Shanti Sagar Channi GranthMala
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15000
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Karnpaarya
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