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#AtulmatiMataJi1968VidyasagarJiMaharaj
Aryika Shri 105 Atulmati Mataji was born on 2 December 1968 in Lalitpur, Uttar Pradesh. Her name was Suman Jain in Planetary state. She received initiation from Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj.
आपकी सीधी आर्यिका दीक्षा हुई है।आप आर्यिका माँ तपोमति माताजी के संघ में विराजमान हैं।आपने दीक्षा से पहले सात प्रतिमा धारण की थी।आर्यिका नम्रमति माताजी,आर्यिका विनम्रमति माताजी एवं आर्यिका अतुल मति माताजी तीनोंं ग्रहस्थ जीवन की चचेरी बहने हैं एवं एक ही गुरु से दीक्षित हैं।
सुमन जैन का जन्म २ दिसंबर, १९६८ को उत्तर प्रदेश के ललितपुर में हुआ था। उनकी माताजी का नाम लेट श्रीमती अंगूरी बाई जैन था और पिताजी का नाम श्री हीरालालजी जैन था। उन्होंने अपनी शालेय शिक्षा माध्यमिक विद्यालय से पूरी की। २५ मई, १९८७ को उन्होंने अतिशयक्षेत्र क्षेत्रपालजी, ललितपुर, उत्तर प्रदेश में ब्रह्मचर्य व्रत ग्रहण किया। उनकी आर्यिका दीक्षा २५ जनवरी, १९९३ को मदियाजी, जबलपुर, मध्य प्रदेश में आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज के शिष्य बनकर संपन्न हुई। उन्हें आर्यिका दीक्षा के बाद आर्यिका श्री १०५ अतुलमती माताजी का नाम दिया गया।
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आर्यिका श्री १०५ अतुलमती माताजी
Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज (आचार्यश्री) १९४६ Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
Chaturmas 2020 Teerthkshetra Chandragiri Dongargarh, Dist-Rajnandgaon, Chhattisgarh
Sanjul Jain
AcharyaShriVidyasagarjiMaharaj
Aryika Shri 105 Atulmati Mataji was born on 2 December 1968 in Lalitpur, Uttar Pradesh. Her name was Suman Jain in Planetary state. She received initiation from Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj.
आपकी सीधी आर्यिका दीक्षा हुई है।आप आर्यिका माँ तपोमति माताजी के संघ में विराजमान हैं।आपने दीक्षा से पहले सात प्रतिमा धारण की थी।आर्यिका नम्रमति माताजी,आर्यिका विनम्रमति माताजी एवं आर्यिका अतुल मति माताजी तीनोंं ग्रहस्थ जीवन की चचेरी बहने हैं एवं एक ही गुरु से दीक्षित हैं।
Suman Jain was born on December 2, 1968, in Lalitpur, Uttar Pradesh. Her mother's name was Late Shrimati Anguri Bai Jain and her father's name was Shri Heeralalji Jain. She completed her schooling from a local high school. On May 25, 1987, she took the vow of Brahmacharya at Atishaykshetra Kshetrapalji, Lalitpur, Uttar Pradesh. Her Aryika initiation took place on January 25, 1993, under the guidance of Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj in Madiyaji, Jabalpur, Madhya Pradesh. Following her Aryika initiation, she was named Aryika Shri 105 Atulmati Mataji.
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Aryika Shri 105 Atulmati Mataji
आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज (आचार्यश्री) १९४६ Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज (आचार्यश्री) १९४६ Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
Chaturmas 2020 Teerthkshetra Chandragiri Dongargarh, Dist-Rajnandgaon, Chhattisgarh
Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj
Sanjul Jain
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