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#SantustmatiMataJi1975VidyasagarJiMaharaj
Aryika Shri 105 Santustmati Mataji was born on 20 November 1975 in Chhindwara, Madhya Pradesh. She received initiation from Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj.
आपकी सीधी आर्यिका दीक्षा हुई है।आप आर्यिका माँ अनंतमति माताजी के संघ में विराजमान हैं।आपने दीक्षा से पहले सात प्रतिमा धारण की थी।आपके ग्रहस्थ जीवन के भाई मुनि श्री निर्वेगसागर जी महाराज हैं जो आपके गुरु से ही दीक्षित हैं।
स्वेता जैन का जन्म २० नवंबर १९७५ को मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में हुआ था। उनकी माता का नाम श्रीमती कमलाजी जैन था और पिताजी का नाम लेट श्री वंशीलालजी जैन था। स्वेता ने अपनी शैक्षिक योग्यता के रूप में बी.ए. (तीसरा वर्ष) पूरा किया। उन्होंने ७ नवंबर १९९९ को मध्य प्रदेश के दमोह जिले में सिद्धक्षेत्र कुंडलपुर में आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज के दिव्य गुरुक्षेत्र में ब्रह्मचर्य व्रत ग्रहण किया था। उन्होंने १३ फरवरी २००६ को फिर से सिद्धक्षेत्र कुंडलपुरजी में आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज के गुरुख्यात आर्यिका दीक्षा प्राप्त की और उनका आर्यिका नाम आर्यिका श्री १०५ संतुष्टमति माताजी रखा गया।
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आर्यिका श्री १०५ सन्तुष्ठमती माताजी
Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज (आचार्यश्री) १९४६ Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
Chaturmas 2020 Banda,Dist-Sagar,Madhya Pradesh
Sanjul Jain
AcharyaShriVidyasagarjiMaharaj
Aryika Shri 105 Santustmati Mataji was born on 20 November 1975 in Chhindwara, Madhya Pradesh. She received initiation from Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj.
आपकी सीधी आर्यिका दीक्षा हुई है।आप आर्यिका माँ अनंतमति माताजी के संघ में विराजमान हैं।आपने दीक्षा से पहले सात प्रतिमा धारण की थी।आपके ग्रहस्थ जीवन के भाई मुनि श्री निर्वेगसागर जी महाराज हैं जो आपके गुरु से ही दीक्षित हैं।
Sweta Jain was born on November 20, 1975, in Chhindwara District, Madhya Pradesh. Her mother's name was Shrimati Kamlaji Jain and her father's name was Late Shri Vanshilaalji Jain. Sweta completed her education up to the third year of B.A. She observed the Brahmacharya vow on November 7, 1999, at Siddhkshetra Kundalpur in Damoh District, Madhya Pradesh, under the divine guidance of Acharya Shri 108 Vidyasagarji Maharaj. On February 13, 2006, she again received Aryika initiation at Siddhkshetra Kundalpurji, Damoh district, Madhya Pradesh, from Acharya Shri 108 Vidyasagarji Maharaj and was named Aryika Shri 105 Santustmati Mataji thereafter.
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Aryika Shri 105 Santustmati Mataji
आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज (आचार्यश्री) १९४६ Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज (आचार्यश्री) १९४६ Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
Chaturmas 2020 Banda,Dist-Sagar,Madhya Pradesh
Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj
Sanjul Jain
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