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#VinamrmatiMataJi1968VidyasagarJiMaharaj
Aryika Shri 105 Vinamrmati Mataji was born on 15 December 1968 in Lalitpur, Uttar Pradesh.She received initiation from Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj.
आपकी सीधी आर्यिका दीक्षा हुई है।आप आर्यिका माँ तपोमति माताजी के संघ में विराजमान हैं।आपने दीक्षा से पहले सात प्रतिमा धारण की थी।आर्यिका नम्रमति माताजी,आर्यिका विनम्रमति माताजी एवं आर्यिका अतुल मति माताजी तीनोंं ग्रहस्थ जीवन की चचेरी बहने हैं एवं एक ही गुरु से दीक्षित हैं।
श्रीमती स्नेह जैन का जन्म १५ दिसंबर, १९६८ को उत्तर प्रदेश के ललितपुर में हुआ था। उनकी माताजी का नाम श्रीमती सुशीला बाईजी जैन है और पिताजी का नाम श्री राजकुमारजी जैन है। स्नेह ने अपनी शिक्षा बी.ए. में पास की है। वे १९८७ में मध्यप्रदेश के जबलपुर में मादियाजी में आचार्य श्री १०८ विद्या सागरजी महाराज के शिष्य के रूप में ब्रह्मचर्य व्रत ग्रहण किया। उन्होंने २५ जनवरी, १९९३ को भी मादियाजी, जबलपुर में आचार्य श्री १०८ विद्या सागरजी महाराज के शिष्य के रूप में आर्यिका दीक्षा प्राप्त की। उनका आर्यिका दीक्षा पश्चात नाम आर्यिका श्री १०५ विनम्रमती माताजी रखा गया।
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आर्यिका श्री १०५ विनम्रमति माताजी
Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज (आचार्यश्री) १९४६ Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
Chaturmas 2020 Teerthkshetra Chandragiri Dongargarh,Dist-Rajnandgaon,Chhattisgarh
Sanjul Jain
AcharyaShriVidyasagarjiMaharaj
Aryika Shri 105 Vinamrmati Mataji was born on 15 December 1968 in Lalitpur, Uttar Pradesh.She received initiation from Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj.
आपकी सीधी आर्यिका दीक्षा हुई है।आप आर्यिका माँ तपोमति माताजी के संघ में विराजमान हैं।आपने दीक्षा से पहले सात प्रतिमा धारण की थी।आर्यिका नम्रमति माताजी,आर्यिका विनम्रमति माताजी एवं आर्यिका अतुल मति माताजी तीनोंं ग्रहस्थ जीवन की चचेरी बहने हैं एवं एक ही गुरु से दीक्षित हैं।
Shrimati Sneh Jain was born on December 15, 1968, in Lalitpur, Uttar Pradesh. Her mother's name is Shrimati Sushila Baiji Jain and her father's name is Shri Rajkumarji Jain. Sneh completed her education with a B.A. degree. In 1987, she took the vow of celibacy (brahmacharya vrata) under the guidance of Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj at Madiyaji, Jabalpur, Madhya Pradesh. On January 25, 1993, she received the Aryika initiation from Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj. After the Aryika initiation, she was named Aryika Shri 105 Vinamrmati Mataji.
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Aryika Shri 105 Vinamrmati Mataji
आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज (आचार्यश्री) १९४६ Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज (आचार्यश्री) १९४६ Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
Acharya Shri 108 VidyaSagarji Maharaj (AcharyaShri) 1946
Chaturmas 2020 Teerthkshetra Chandragiri Dongargarh,Dist-Rajnandgaon,Chhattisgarh
Acharya Shri 108 Vidya Sagarji Maharaj
Sanjul Jain
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