आचार्य श्री १०८ इंद्रनंदीजी महाराज के करकमलों से अग्रवाल सेवा सदन डिग्गी टोंक राजस्थान में २५ अप्रैल २०२४ को ब्रह्मचारिणी शकुनतला जैन टोंक को दीक्षा दी गई जिनका नाम क्षुल्लिका श्री १०५ निर्मलश्री माताजी रखा गया।
From the teachings of Acharya Shri 108 Indranandiji Maharaj, initiation was given to Brahmacharini Shakuntala Jain Tonk at Agarwal Seva Sadan Diggi Tonk Rajasthan on 25 April 2024, who was named Kshullika Shri 105 Nirmalshri Mataji.