दशलक्षण-धर्म Author: Nathulal Language : Hindi Type: Pooja Particulars: Dashlakshan Pooja उत्तम क्षमा मारदव आरजव भाव हैं,सत्य शौच संयम तप त्याग उपाव हैंआकिंचन ब्रह्मचर्य धरम दश सार हैं,चहुँगति-दुखतैं काढ़ि मुकति करतार हैं ॥ ॐ ह्रीं श्री उत्तमक्षमादिदशलक्षणधर्म ! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननंॐ ह्रीं श्री उत्तमक्षमादिदशलक्षणधर्म ! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ: ठः स्थापनंॐ ह्रीं श्री […]
साधुओं को अवश्य दें आहारदान – किंतु रहें सावधान ? (A) पूजन एवं आहारदान संबंधी निर्देश : 1. आहार नवधा भक्तिपूर्वक ही देवें, क्योंकि इस विधिपूर्वक दिया गया आहारदान ही पुण्य बंध का कारण होता है। नवधा भक्ति – (1) पड़गाहन (2) उच्चासन (3) पादप्रक्षालन (4) पूजन (5) नमन (6) मनशुद्धि (7) वचनशुद्धि (8) कायशुद्धि […]
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Previous Next Acharya Vidyasagarji Maharaji Muni Sangh based on Diksha Tithi दीक्षा तिथि के अनुसार आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज से दीक्षित –130 मुनिराज के नाम की सूची क्रमशः देखें- दीक्षा तिथि – 08/03/1980-द्रोणगिरी1-मुनिश्री समयसागर जी दीक्षा तिथि – 15/04/1980-मोराजी सागर2-मुनिश्री योगसागर जी3-मुनिश्री नियमसागर जी दीक्षा तिथि- 29/10/1981-नैनागिर जी4-मुनिश्री चेतनसागर जी5-मुनिश्री ओमसागर जी दीक्षा तिथि – […]
Previous Next 1. Gatha 1 2. Gatha 2 3. Gatha 3 4. Gatha 4 मेरी जीवन गाथा ! मोक्ष मार्ग पर आरोहण – अंतर्मुखी मुनी श्री १०८ पूज्य सागरजी महाराज (अंतर्मुखी मुनि श्री १०८ पूज्य सागर महाराज के ९वें दीक्षा दिवस पर श्रीफल जैन न्यूज में उन्हीं की कलम से उनकी जीवनगाथा प्रस्तुत की जा […]