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Oct 17
7. Muni Aahar Procedure

(G) भोमभूमि का सोपान-आहार दान साधु आहार के लिए निकल रहे हो अथवा आहार कर रहे हो, और शवयात्रा निकाल रही हो तो साधु में निवेदन करके कि आगे रास्ता शहबड है, उनसे दूसरी गली में मुडने के लिए निवेदन करें और यदि आहार चल रहे हैं, तो बाजे की आवाज या रोने की आवाज […]

Oct 17
6. Muni Aahar Procedure

(F) आहार दान में विज्ञान- धातु और नान स्टिक बर्तन भोजन को विषावत बनाते है इनमें टैफलान होता है जिसके गर्म होने पर ६ विषैली गैसे निकलती है और एल्यूमिनियम, धातु व प्लास्टिक की कुछ मात्रा वस्तुओं में घुल मिल जाती है, विशेषकर चटपटे भोजन टमाटर और ख‌ट्टे पदार्थ से सबसे अधिक एल्यूमिनियम धुलती इससे […]

Oct 17
5. Muni Aahar Procedure

(E) आहार सामग्री की शुद्धि भी आवश्यक: (क) जल शुद्धि कुएँ में जीवानी डालने के लिये कड़े वाली बाल्टी का ही प्रयोग करें, एवं जल जिस कुएँ आदि से भरा है, जीवाभी भी उसी कुएँ में धीरे-धीरे छोड़ें। कडे वाली बाल्टी जब पानी की सतह के करीब पहुँच जावे, तब धीरे से रस्सी को झटका […]

Oct 17
4. Muni Aahar Procedure

(D) फल, साग की सही प्रासुक विधि एवं सावधानियाँ: संयमी या व्रती किसी भी वनस्पति को या तो रस के रूप में, साग के रूप में, शेक (गाढा रस) के रूप में, चटनी के रूप में लेते हैं। फल के रूप में जैसे ग्रहस्थ लेते हैं, वैसे नहीं लेते। फलों को जैसे नाशपाती, सेव, केला, […]

Oct 17
3. Muni Aahar Procedure

(C) निरन्तराय आहार हेतु सावधानियाँ एवं आवश्यक निर्देश: साधु के निरंतराय आहार होवे, यह दाता की सबसे बड़ी उपलब्ध है। क्योंकि साधु की संपूर्ण धर्म साधना, चिंतन, पठम मनन निर्वाध रूप से अविरल अर्हनिश होती रहे. इस हेतु निरंतराय आहार आवश्यक है। सावधानी रखना दाता का प्रमुख कर्तव्य है। 2. तरल पदार्थ (जल, दूध, रस […]

Oct 08
नित्य-पूजा

देव-शास्त्र-गुरु -द्यानतरायजी कृत -प्रथम देव अरहंत Author: Pandit Dyanatray Language : Hindi Rhythm: – Type: Pooja Particulars: Dashlakshan Pooja प्रथम देव अरहंत, सुश्रुत सिद्धांत जूगुरु निर्ग्रन्थ महन्त, मुकतिपुर पन्थ जू॥तीन रतन जग मांहि सो ये भवि ध्याइयेतिनकी भक्ति प्रसाद परमपद पाइये॥ पूजौं पद अरहंत के, पूजौं गुरुपद सारपूजौं देवी सरस्वती, नित प्रति अष्ट प्रकार॥ […]