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#ekatvasagarjiPunyasagarji
Muni Shri 108 Ekatva Sagarji Maharaj has held various positions in various organizations. Prior to initiation, he was the editor-in-chief of the Gazette.
नाम: भरतकुमार काला
पता: डी, ३१७. एकता वुड, राहेजा इस्टेट, कलुप वाडी, बोरीवली (पूर्व), मुंबई ४०००६६. फोन ०२२-२८४६२४३५ मो. 09224296198
email: bharatkumarkala@gmail.com
जन्म: ४ जुलाई १९४७,
गांव: नांदगांव, जिला: नासिक, महाराष्ट्र
पिता का नाम: स्व. समाजरत्न पं. तेजपालजी काला
माता का नाम: स्व. जानकीदेवी तेजपालजी काला
भाई: १ अग्रज भाई स्व. श्री वर्धमानजी काला
बहनें: ४ बहने स्व. श्रीमती तारादेवी प्रेमचंदजी छाबड़ा (हैदराबाद), श्रीमती देवयानी गजकुमारजी पाटनी (कोपरगांव), श्रीमती निर्मलादेवी प्रकाशचंदजी रावका (कोलकाता), श्रीमती ज्योत्सनादेवी राजेन्द्रकुमारजी चांदीवाल (जलगांव).
शिक्षा: एम.एस्सी. (स्टेटिस्टिक्स - १९७१) मराठवाडा युनिव्हर्सीटी (डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर विश्व विद्यालय) औरंगाबाद, महाराष्ट्र
प्राथमिक एवं माध्यमाक शिक्षा एस.एस.सी. नांदगांव (नासिक) महाराष्ट्र
धार्मिक शिक्षा: रत्नाकरंड श्रावकाचार, तत्वार्थसूत्र (नांदगांव जैन पाठशाला में) संस्कृत १ से ४ भाग और धनंजय नाममाला की शिक्षा (नांदगांव में) हिंदी भाषा: 'प्रवीण' स्नातक (महाराष्ट्र राज्य हिंदी भाषा संस्थान से) कांतत्र्य व्याकरण स्व. आर्यिका विदूषी गणिनी सुपार्श्वमतीजी माताजी द्वारा औरंगाबाद में।
विवाह: जून १९७२ सौ. शैलबाला प्रसिद्ध धर्म समाजसेवी स्व. पं. सत्यधरकुमारजी सेठी उज्जैन की सुपुत्री के साथ जो वर्तमान में श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा की महिला पत्रिका जैन महिलादर्श की सह संपादिका और महिला महासभा की उपाध्यक्षा है
संतान: १ कन्या: सौ.निलांजना अनिलकुमार सोनी (कोटा), २ पुत्र: चि निखिलेशकुमार काला, चि. सिद्धार्थकुमार काला (सभी विवाहित)
व्यवसाय: लौकिक शिक्षा के बाद आजिविका के निमित्त से सन् १९७१ में मुंबई आना हुआप्रा. इन्डस्ट्रीस में नौकरी की। तभी से मुंबई महानगर उनकी कर्मभूमि और निर्वान स्थल बन गई।
व्रत प्रतिमा मुनि श्री पुण्य सागर जी से सम्मेद शिखर जी मे।
क्षुल्लक दिक्षा: ४ ऑगस्ट २०२२, श्री सम्मेद शिखार्जी
क्षुल्लक दिक्षा गुरु: मुनि श्री 108 पुण्य सागर जी
मुनी दिक्षा: ८ ऑगस्ट २०२२, श्री सम्मेद शिखार्जी
मुनी दिक्षा गुरु: मुनि श्री 108 पुण्य सागर जी
दिक्षा नाम: मुनि श्री 108 एकत्व सागर जी
यम सल्लेखना: दिनांक 14 सितम्बर 2022 को नियापकाचार्य मुनि श्री 108 पुण्य सागर जी समक्ष सभी से क्षमा याचना कर चारों प्रकार के आहार का त्याग कर यम सल्लेखना ली है।
#ekatvasagarjiPunyasagarji
मुनि श्री १०८ एकत्व सागरजी महाराज
Muni Shri 108 Punya Sagar Ji Maharaj
आचार्य श्री १०८ पुण्य सागरजी महाराज Acharya Shri 108 Punya Sagarji Maharaj
PunyaSagarJiMaharajPushpadantaSagarJi
Muni Shri 108 Ekatva Sagarji Maharaj has held various positions in various organizations. Prior to initiation, he was the editor-in-chief of the Gazette.
नाम: भरतकुमार काला
पता: डी, ३१७. एकता वुड, राहेजा इस्टेट, कलुप वाडी, बोरीवली (पूर्व), मुंबई ४०००६६. फोन ०२२-२८४६२४३५ मो. 09224296198
email: bharatkumarkala@gmail.com
जन्म: ४ जुलाई १९४७,
गांव: नांदगांव, जिला: नासिक, महाराष्ट्र
पिता का नाम: स्व. समाजरत्न पं. तेजपालजी काला
माता का नाम: स्व. जानकीदेवी तेजपालजी काला
भाई: १ अग्रज भाई स्व. श्री वर्धमानजी काला
बहनें: ४ बहने स्व. श्रीमती तारादेवी प्रेमचंदजी छाबड़ा (हैदराबाद), श्रीमती देवयानी गजकुमारजी पाटनी (कोपरगांव), श्रीमती निर्मलादेवी प्रकाशचंदजी रावका (कोलकाता), श्रीमती ज्योत्सनादेवी राजेन्द्रकुमारजी चांदीवाल (जलगांव).
शिक्षा: एम.एस्सी. (स्टेटिस्टिक्स - १९७१) मराठवाडा युनिव्हर्सीटी (डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर विश्व विद्यालय) औरंगाबाद, महाराष्ट्र
प्राथमिक एवं माध्यमाक शिक्षा एस.एस.सी. नांदगांव (नासिक) महाराष्ट्र
धार्मिक शिक्षा: रत्नाकरंड श्रावकाचार, तत्वार्थसूत्र (नांदगांव जैन पाठशाला में) संस्कृत १ से ४ भाग और धनंजय नाममाला की शिक्षा (नांदगांव में) हिंदी भाषा: 'प्रवीण' स्नातक (महाराष्ट्र राज्य हिंदी भाषा संस्थान से) कांतत्र्य व्याकरण स्व. आर्यिका विदूषी गणिनी सुपार्श्वमतीजी माताजी द्वारा औरंगाबाद में।
विवाह: जून १९७२ सौ. शैलबाला प्रसिद्ध धर्म समाजसेवी स्व. पं. सत्यधरकुमारजी सेठी उज्जैन की सुपुत्री के साथ जो वर्तमान में श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा की महिला पत्रिका जैन महिलादर्श की सह संपादिका और महिला महासभा की उपाध्यक्षा है
संतान: १ कन्या: सौ.निलांजना अनिलकुमार सोनी (कोटा), २ पुत्र: चि निखिलेशकुमार काला, चि. सिद्धार्थकुमार काला (सभी विवाहित)
व्यवसाय: लौकिक शिक्षा के बाद आजिविका के निमित्त से सन् १९७१ में मुंबई आना हुआप्रा. इन्डस्ट्रीस में नौकरी की। तभी से मुंबई महानगर उनकी कर्मभूमि और निर्वान स्थल बन गई।
व्रत प्रतिमा मुनि श्री पुण्य सागर जी से सम्मेद शिखर जी मे।
क्षुल्लक दिक्षा: ४ ऑगस्ट २०२२, श्री सम्मेद शिखार्जी
क्षुल्लक दिक्षा गुरु: मुनि श्री 108 पुण्य सागर जी
मुनी दिक्षा: ८ ऑगस्ट २०२२, श्री सम्मेद शिखार्जी
मुनी दिक्षा गुरु: मुनि श्री 108 पुण्य सागर जी
दिक्षा नाम: मुनि श्री 108 एकत्व सागर जी
यम सल्लेखना: दिनांक 14 सितम्बर 2022 को नियापकाचार्य मुनि श्री 108 पुण्य सागर जी समक्ष सभी से क्षमा याचना कर चारों प्रकार के आहार का त्याग कर यम सल्लेखना ली है।
Muni Shri 108 Ekatva Sagarji Maharaj
आचार्य श्री १०८ पुण्य सागरजी महाराज Acharya Shri 108 Punya Sagarji Maharaj
आचार्य श्री १०८ पुण्य सागरजी महाराज Acharya Shri 108 Punya Sagarji Maharaj
Muni Shri 108 Punya Sagar Ji Maharaj
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