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#GyananandJiMaharaj1957VasunandiJi
Muni Shri 108 Gyananandji Maharaj was born on 15 June 1957 in Basai Ghiyaram, Rajakheda, Rajasthan. His name was Jaichand Jain before diksha. He received initiation from Acharya Shri 108 Vasunandiji Maharaj.
जयचंद जैन का जन्म १५ जून १९५७ को राजस्थान के बसाई घीयाराम, राजखेडा में हुआ था। उनकी माताजी का नाम श्रीमती आशर्फीजी जैन और पिताजी का नाम श्री सुमतचंदजी जैन था। उन्होंने अपनी शालेय शिक्षा मैट्रिक तक प्राप्त की। १९९९ में अजमेर, राजस्थान में ब्रह्मचर्य व्रत ग्रहण किया, जिसमें उनके गुरु आचार्य श्री १०८ ज्ञानसागरजी महाराज थे। २७ सितंबर २००६ को तिजारा में ७वीं और ८वीं प्रतिमा व्रत लिया, जहाँ उनके गुरु आचार्य श्री १०८ निर्णयसागरजी महाराज थे। ३ दिसंबर २००७ को राजखेडा, राजस्थान में क्षुल्लक दीक्षा प्राप्त की, और इसके गुरु भी आचार्य श्री १०८ निर्णयसागरजी महाराज थे। २८ मई २००९ को मेरठ, उत्तर प्रदेश के साराधना में ऐलक दीक्षा प्राप्त की, जिसमें उनके गुरु आचार्य श्री १०८ वसुंदनजी महाराज थे। १ अप्रैल २०११ को दिल्ली के ग्रीन पार्क में मुनि दीक्षा प्राप्त की, और इस बार भी उनके गुरु आचार्य श्री १०८ वसुंदनजी महाराज थे। दीक्षा के बाद उन्हें मुनि श्री १०८ ज्ञानानंदजी महाराज के नाम से सम्मानित किया गया।
#GyananandJiMaharaj1957VasunandiJi
मुनि श्री १०८ ज्ञानानंदजी महाराज
Acharya Shri 108 Vasunandiji Maharaj 1967
आचार्य श्री १०८ वसुनंदीजी महाराज १९६७ Acharya Shri 108 Vasunandiji Maharaj 1967
वर्ष | स्थान |
---|---|
2008 | तिजारा, राज. |
2009 | मेरठ, उ.प्र. |
2010 | श्री जम्बूस्वामी तपोस्थली, बौलखेड़ा, राज. |
2011 | हस्तिनापुर, उ.प्र. |
2012 | फिरोजाबाद, उ.प्र. |
2013 | श्री जम्बूस्वामी तपोस्थली, बौलखेड़ा, राज. |
2014 | अजमेर, राज. |
2015 | जयपुर, राज. |
2016 | श्री जम्बूस्वामी तपोस्थली, बौलखेड़ा, राज. |
2017 | ग्रीन पार्क, दिल्ली |
2018 | अजमेर, राज. |
2019 | नोएडा, उ.प्र. |
संतोष खुळे इन्होने १४ सप्टेंबर २०२१ को महाराज जी का परिचय समाविष्ट किया है |
Sanjul Jain on 25-01-2021 created wiki page for Maharaj Ji
VasunandijiMaharaj1967VidyanandJi
Muni Shri 108 Gyananandji Maharaj was born on 15 June 1957 in Basai Ghiyaram, Rajakheda, Rajasthan. His name was Jaichand Jain before diksha. He received initiation from Acharya Shri 108 Vasunandiji Maharaj.
Jaichand Jain was born on June 15, 1957, in Basai Ghiyaram, Rajkheda, Rajasthan. His mother was Shrimati Asharfiji Jain, and his father was Shri Sumatchandji Jain. He completed his schooling up to Matric. In 1999, he took the Brahmacharya vow in Ajmer, Rajasthan, under the guidance of Acharya Shri 108 Gyan Sagarji Maharaj. On September 27, 2006, he took the 7th and 8th Pratima vows in Tijara, with Acharya Shri 108 Nirnayasagarji Maharaj as his guru. He received Kshullak Diksha on December 3, 2007, in Rajakheda, Rajasthan, with Acharya Shri 108 Nirnayasagarji Maharaj as his guru. On May 28, 2009, he received Eilak Diksha in Saradhna, Meerut, Uttar Pradesh, from Acharya Shri 108 Vasunandiji Maharaj. On April 1, 2011, he received Muni Diksha in Green Park, Delhi, also under Acharya Shri 108 Vasunandiji Maharaj. After Diksha, he was honored with the name Muni Shri 108 Gyananandji Maharaj.
Muni Shri 108 Gyananandji Maharaj
आचार्य श्री १०८ वसुनंदीजी महाराज १९६७ Acharya Shri 108 Vasunandiji Maharaj 1967
आचार्य श्री १०८ वसुनंदीजी महाराज १९६७ Acharya Shri 108 Vasunandiji Maharaj 1967
Acharya Shri 108 Vasunandiji Maharaj 1967
वर्ष | स्थान |
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2008 | तिजारा, राज. |
2009 | मेरठ, उ.प्र. |
2010 | श्री जम्बूस्वामी तपोस्थली, बौलखेड़ा, राज. |
2011 | हस्तिनापुर, उ.प्र. |
2012 | फिरोजाबाद, उ.प्र. |
2013 | श्री जम्बूस्वामी तपोस्थली, बौलखेड़ा, राज. |
2014 | अजमेर, राज. |
2015 | जयपुर, राज. |
2016 | श्री जम्बूस्वामी तपोस्थली, बौलखेड़ा, राज. |
2017 | ग्रीन पार्क, दिल्ली |
2018 | अजमेर, राज. |
2019 | नोएडा, उ.प्र. |
Acharya Shri 108 Vasunandiji Maharaj
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