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#MuniShriVivardhansagarJiMaharaj1978ViragSagarJi
Muni Shri Vivardhansagar Ji Maharaj was born on 15-May-1978 at Sagar (MP) and he took Initiation from Param Pujya Ganacharya Shri Virag Sagar Ji Maharaj on 13-Feb-2006 at Shravanabelagola (Karna.).
प.पू. श्रमण मुनि श्री विवर्धनसागर जी महाराज
* पूर्वनाम : श्री आशीष कुमार जी जैन 5
ग्राम : सागर (म.प्र.) २
पिता, माता : स्व. श्री पवन कुमार, कल्पना जैन
जन्म, शिक्षा : 15.05.1978/एम. काम.
पूर्वार्द्ध र परिवार : भाई 2 २
वैराग्य : अन्तःप्रेरणा, सदुपदेश, साधु समागम र
ब्रह्मचर्य व्रत : 01.11.2001, गयाजी (बिहार) २
क्षुल्लक दीक्षा : 08.06.2003, ललितपुर(उ.प्र.)
नाम : क्षुल्लक श्री विवर्धनसागर जी महाराज २
ऐलक दीक्षा : 24.05.2004, नागपुर (महा.)
ऐलक नाम : ऐलक श्री विवर्धनसागर जी महाराज २
मुनि दीक्षा : 13.02.06, श्रवणबेलगोला (कर्ना.)
नाम : मुनि श्री विवर्धनसागर जी महाराज
दीक्षागुरु : प.पू.गणाचार्य श्री विरागसागर जी 2
गुरु मुख से २
अध्ययन बालविज्ञान भाग 1,2,3,4, रत्नकरण्डक
श्रावकाचार, मूलाचार, जैनसिद्धान्त प्रवेशिका, देवागमस्तोत्र, परीक्षामुख सूत्र, न्यायदीपिका, कातंत्ररुपमाला, छंदपंचविशंति, समाधितंत्र, आलाप पद्धति, स्वरुप संबोधन, इष्टोपदेश, धनंजय नाममाला, गोम्मटसार जीवकाण्ड, सर्वार्थ -सिद्धि, चौबीस ठाणा, जयधवलाजी, समयसार, धवलाजी, तत्त्वसार, प्रवचन -सार, दशभक्ति संग्रह, अष्टपाड़, तिल्लोयपण्णति, प्रमेयरत्नमाला, पंचास्तिकाय, तत्त्वार्थसूत्र, आचारसार, द्रव्यसंग्रह, नियमसार, रयणसार, परमात्म प्रकाश
सर्वोदया टीका।
रूचि: आत्मध्यान, सेवा, मनन, निजात्म चिन्तन
चातुर्मास : भिलाई, कारंजा, मूडबिद्री, मेलचित्तामूर,
उदगांव, मुम्बई, गांधीनगर, लोहारिया, अजमेर, जयपुर, इन्दौर
पथरिया में विरागोदय महामोहोत्सव में १३ फरवरी २०२३ जो जैन धर्म के विशाल एवं भव्य आयोजन के तेरहवां दिवस स्वर्णिम इतिहास में लिखा गया। जहा गणाचार्य श्री १०८ विराग सागर जी महाराज ने अपने करकमलों से आचार्य, स्थविर, गणधर, उपाध्याय, प्रवर्तक, मुनी, क्षुल्लक तथा गणनी के पद के संस्कार विधीपूर्वक दिए। गणधर पद मुनी श्री १०८ विवर्धन सागरजी महाराज को दिया गया।
#MuniShriVivardhansagarJiMaharaj1978ViragSagarJi
मुनी श्री १०८ विवर्धन सागरजी महाराज
Aacharya Shri 108 Virag Sagar Ji 1963
आचार्य श्री १०८ विराग सागरजी महाराज १९६३ Acharya Shri 108 Virag Sagarji Maharaj 1963
Chaturmas: Bhilai, Karanja, Moodbidri, Melchittamur, Udgaon, Mumbai, Gandhinagar, Loharia, Ajmer, Jaipur, Indore
ViragSagarJi1963Vimalsagarji
Muni Shri Vivardhansagar Ji Maharaj was born on 15-May-1978 at Sagar (MP) and he took Initiation from Param Pujya Ganacharya Shri Virag Sagar Ji Maharaj on 13-Feb-2006 at Shravanabelagola (Karna.).
Maharaji has sstudied Balvighayn, Part 1,2,3,4, Ratnamarkandak Shravakachara, Radhacharya, Jainasiddhanta Entrance, Devagamastotra, Parikshamukha Sutra, Nyayadipika, Kantriarupamala, Chhandpanchavishanti, Samadantra, Alap method, Swaroop address, Ishtopadesh, Dhananjaya Nammala, Gommatsar Jeevakand, Sarvartha-Siddhi, Twenty-four Thana, Jayadhavlasar -Sara, Dasabhakti collection, Ashtapada, Tilloypannanti, Prameyaratnamala, Panchastikaya, Tattvarthasutra, Acharasara, Dravasangraha, Niyamasara, Ryansar, Paramatma Prakash Sarvodaya Vaccine. Interest: Self-study, service, meditation, personal thinking.
In Viragodaya Mahamohotsav at Pathariya, on 13 February 2023, the thirteenth day of the huge and grand event of Jainism was written in the golden history. Where Ganacharya Shri 108 Virag Sagar Ji Maharaj with his Blessings ritually gave the rites of the post of Acharya, Sthavir, Ganadhar, Upadhyay, Pravartak, Muni, Kshullak and Ganani. The post of Gandhar was given to Muni Shri 108 Vivardhan Sagarji Maharaj.
Muni Shri 108 Vivardhan Sagarji Maharaj
आचार्य श्री १०८ विराग सागरजी महाराज १९६३ Acharya Shri 108 Virag Sagarji Maharaj 1963
आचार्य श्री १०८ विराग सागरजी महाराज १९६३ Acharya Shri 108 Virag Sagarji Maharaj 1963
Aacharya Shri 108 Virag Sagar Ji 1963
Chaturmas: Bhilai, Karanja, Moodbidri, Melchittamur, Udgaon, Mumbai, Gandhinagar, Loharia, Ajmer, Jaipur, Indore
Param Pujya Ganacharya Shri 108 Virag Sagar Ji Maharaj
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ViragSagarJi1963Vimalsagarji
ViragSagarJi1963Vimalsagarji
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MuniShriVivardhansagarJiMaharaj1978ViragSagarJi
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