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#VibhanjanSagarJiMaharaj1983ViragSagarJi
Muni Shri Vibhanjan Sagar Ji Maharaj was born on 24-July-1983 at Lalitpur (U.P.) and he took Initiation from Param Pujya Ganacharya Shri Virag Sagar Ji Maharaj on 27-Feb-2012 at Sonagiri Siddha Kshetra, M.P.
पूर्व नाम - बा.ब्र. सुरेन्द्र कुमार जैन (सोनू)
माता-पिता - श्रीमति शान्तिदेवी जैन, श्री शिखर चन्द्र जैन।
जन्म दिनांक - 24 जुलाई 1983 (गुरु पूर्णिमा)
जन्म स्थान - ललितपुर (उत्तर प्रदेश)
गृह त्याग - 8 जून, 2003
लौकिक शिक्षा - एम.ए. (जैन दर्शन से)
क्षुल्लक दीक्षा- 13 फरवरी, 2006
क्षुल्लक दीक्षा स्थान - श्रवणबेलगोला, जिला-हासन (कर्नाटक)।
क्षुल्लक दीक्षा गुरु - परम पूज्य गणाचार्य श्री विरागसागर जी मुनिराज
क्षुल्लक अवस्था में चातुर्मास - 2006 न्यू उस्मानपुर (दिल्ली), 2007 बसन्तकुञ्ज (दिल्ली), 2008 नजफगढ़ (दिल्ली), 2009 ग्रीन पार्क (दिल्ली), 2010 सूर्यनगर, गाजियाबाद (उ.प्र.), 2011 चण्डीगढ़ (पंजाब)।।
मुनि दीक्षा - 27 फरवरी 2012
मुनि दीक्षा स्थान - सिद्धक्षेत्र सोनागिर जी, जिला-दतिया (म.प्र.)।
मुनि दीक्षा गुरु - परम पूज्य गणाचार्य श्री विरागसागर जी मुनिराज।।
मुनि अवस्था में चातुर्मास - 2012 बस्सी, जयपुर (राज.), 2013 जनकपुरी। (दिल्ली), 2014 कबूल नगर (दिल्ली), 2015 न्यू उसमानपुर (दिल्ली), 2016 रघुबरपुरा (दिल्ली), 2017 मोरा जी, सागर (म.प्र.), 2018 शास्त्रीनगर (जयपुर), 2019 वरुणपथ, मानसरोवर (जयपुर), 2020 विकासपुरी (दिल्ली)।।
विशेष : जून 2007 से मार्च 2017 तक परमपूज्य सिद्धान्त चक्रवर्ती आचार्यश्री विद्यानन्द जी महामुनिराज के पावन सान्निध्य में अध्ययन किया।
रुचि - स्वाध्याय करना और करवाना।
पत्रिका - 2010 में हरिवंश पुराण प्रतियोगिता, 2011 में पद्मपुराण प्रतियोगिता, 2013 में आदिपुराण प्रतियोगिता, 2014 में उत्तरपुराण प्रतियोगिता एवं श्रेणिक चरित्र एवं प्रद्युम चरित्र प्रतियोगिता, 2015 छहढ़ाला। एवं रत्नकरंड श्रावकाचार प्रतियोगिता, 2016 में तत्त्वार्थसूत्र प्रतियोगिता एवं भरतेश वैभव प्रतियोगिता, 2017 में पद्मपुराण प्रतियोगिता एवं हरिवंश पुराण प्रतियोगिता, 2018 में वरांग चरित्र एवं समग्र प्रतियोगिता, 2019 में पुण्यासव कथाकोश, धन्य कुमार चरित्र व जीवन्धर चरित्र प्रतियोगिता, 2020 में श्री। शान्तिनाथ चरित्र एवं पार्श्व पुराण प्रतियोगिता, चिंतन करो चेतना जगाओ। प्रतियोगिता।
साहित्य सृजन - कर लो गुरुवर के गुणगान, संस्कार के चार चरण, संस्कार। यात्रा, भक्ति के रंग गुरुवर के संग, एक शाम गुरुवर के नाम, वाक्यामृतं. ज्ञानामृतं, विद्यामृतं, समग्र, दीपावली पूजन विधि, चातुर्मास के सुनहरे पल,। सीप में मोती, जिनामृतं।
पथरिया में विरागोदय महामोहोत्सव में १३ फरवरी २०२३ जो जैन धर्म के विशाल एवं भव्य आयोजन के तेरहवां दिवस स्वर्णिम इतिहास में लिखा गया। जहा गणाचार्य श्री १०८ विराग सागर जी महाराज ने अपने करकमलों से आचार्य, स्थविर, गणधर, उपाध्याय, प्रवर्तक, मुनी, क्षुल्लक तथा गणनी के पद के संस्कार विधीपूर्वक दिए। उपाध्याय पद मुनी श्री १०८ विभंजन सागरजी महाराज को दिया गया।
#VibhanjanSagarJiMaharaj1983ViragSagarJi
उपाध्याय श्री १०८ विभंजन सागरजी महाराज
Aacharya Shri 108 Virag Sagar Ji 1963
आचार्य श्री १०८ विराग सागरजी महाराज १९६३ Acharya Shri 108 Virag Sagarji Maharaj 1963
Chaturmas: Delhi, Delhi, Delhi, Delhi, Ghaziabad, Bassi, Delhi.
ViragSagarJi1963Vimalsagarji
Muni Shri Vibhanjan Sagar Ji Maharaj was born on 24-July-1983 at Lalitpur (U.P.) and he took Initiation from Param Pujya Ganacharya Shri Virag Sagar Ji Maharaj on 27-Feb-2012 at Sonagiri Siddha Kshetra, M.P.
In Viragodaya Mahamohotsav at Pathariya, on 13 February 2023, the thirteenth day of the huge and grand event of Jainism was written in the golden history. Where Ganacharya Shri 108 Virag Sagar Ji Maharaj with his Blessings ritually gave the rites of the post of Acharya, Sthavir, Ganadhar, Upadhyay, Pravartak, Muni, Kshullak and Ganani. The post of Upadhyay was given to Muni Shri 108 Vibhanjan Sagarji Maharaj.
Upadhyay Shri 108 Vibhanjan Sagarji Maharaj
आचार्य श्री १०८ विराग सागरजी महाराज १९६३ Acharya Shri 108 Virag Sagarji Maharaj 1963
आचार्य श्री १०८ विराग सागरजी महाराज १९६३ Acharya Shri 108 Virag Sagarji Maharaj 1963
Aacharya Shri 108 Virag Sagar Ji 1963
Chaturmas: Delhi, Delhi, Delhi, Delhi, Ghaziabad, Bassi, Delhi.
Upadhyay Shri 108 Vibhanjan Sagarji Maharaj
#VibhanjanSagarJiMaharaj1983ViragSagarJi
ViragSagarJi1963Vimalsagarji
#VibhanjanSagarJiMaharaj1983ViragSagarJi
VibhanjanSagarJiMaharaj1983ViragSagarJi
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